प्रयागराज से डिप्टी चीफ सेफ्टी ऑफिसर भी मौके पर पहुंचे

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर शुक्रवार को रेलवे के मॉक ड्रिल में रेलवे के राहत बचाव दल का समन्वय व तत्परता ने आश्चर्यचकित कर दिया। इस दौरान धरातल पर एक तस्वीर ऐसी बनाई गई जिसमें एक ट्रेन का कोच पटरी से उतरने के बाद बचाव दल द्वारा किए गए राहत कार्यों को दर्शाया गया। प्रयागराज की डिप्टी चीफ सेफ्टी ऑफिसर मनीषा गोयल की देखरेख में यह मॉक ड्रिल हुआ।

इस दौरान एक ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद राहत और बचाव कार्यों का प्रदर्शन किया गया। इस घटनाक्रम में एक ट्रेन के कुछ डिब्बे पटरी से उतरने के बाद पलट जाते हैं, जिसके बाद रेलवे और जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के संयोजन से जो राहत और बचाव कार्य सम्पन्न होते हैं, उनके हालात का प्रदर्शन किया गया है। इस हेतु 7 सितंबर को ग्वालियर स्टेशन पर टेवल टॉप मीटिंग का आयोजन किया गया,  जिसमें सब डिवीजनल मजिस्टेट ग्वालियर विनोद कुमार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रबल प्रताप, एसडीआरएफ प्रतिनिधि रामप्रताप रायकवार, उप मु. संरक्षा अधिकारी मनीषा गोयल, वरि. मंडल संरक्षा अधिकारी अतुल यादव के साथ रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने भाग लिया ।

मौक-ड्रिल के दौरान ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर गाड़ी सं. 02300 ( स्वर्णरत्न एक्सप्रेस) का एक डिब्बा जो की बेपटरी हो गया था, के रीरेलमेंट का मौक अभ्यास किया गया। इस मौक ड्रिल में एनडीआरएफ के कमान्डेंट ओमनरेश अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे। रेलवे से उप मु. संरक्षा अधिकारी मनीषा गोयल ,वरि. मंडल संरक्षा अधिकारी अतुल यादव, वरि. मंडल यांत्रिक अभि. अमित कुमार तिवारी एंव अन्य वरि. अधिकारी भी उपस्थित रहे।

इसके अलावा अन्य विभागों जैसे- जिला अधिकारी कार्यालय, सिविल पुलिस, सिविल चिकित्सा विभाग एंव रेलवे चिकित्सा विभाग, जीआरपी, आरपीएफ, फायर बिग्रेड के अधिकारी भी अपनी पूरी टीम के साथ उपस्थित रहे । इन सभी विभागों के सामुहिक प्रयास से बेपटरी कोच का रीरेलमेंट समुचित समय अन्तराल में किया गया तथा अवपथित कोच में फंसे हुये कुल 15 सामान्य तथा गम्भीर घायल यात्रियों को सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया। तत्पश्चात घायल यात्रियों को उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया। इस मौक ड्रिल के सफल आयोजन में स्काउट एंव गाइड के सदस्यों द्वारा विशेष श्रमदान किया गया ।