– तीन माटी कला उद्यमी पुरस्कृत, मंडल स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का समापन

झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई दुर्ग की तलहटी में क्राप्ट मेला मैदान में उत्तर प्रदेश खादी बोर्ड एवं ग्रामोद्योग विभाग झांसी के तत्वावधान में मंडल स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का समापन मंगलवार को मुख्य अतिथि सदर विधायक रवि शर्मा ने देश व प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देने के संदेश के साथ किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की अपील करते हुए कहा कि सब कमायेंगे, सब खायेंगे तो परिवार खुशहाली की तरफ बढ़ेगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश में रोजगार की बढ़ती संभावनाओं को रेखांकित करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को कुटीर उद्योग जैसे रोजगार से जोड़ने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने खादी ग्रामोद्योग की लाभकारी योजनाओं व ऋण में मिलने वाली छूट से लाभान्वित होने की अपील करते हुए बताया कि प्रदेश में योगी सरकार में भ्रष्टाचार को कोई जगह नहीं है, योजनाओं से लाभान्वित होने में कोई अवरोध नहीं है, सभी कार्य आनलाइन हैं। उन्होंने शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में झांसी परिक्षेत्रीय खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राम किशोर गुप्ता के प्रयासों की सराहना की और उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने पर जोर दिया।

इस दौरान उप्र माटी कला बोर्ड के तत्वावधान में मंडलीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी मंच पर सदर विधायक ने माटी के उत्कृष्ट प्रदर्श बनाने वाले सर्वोत्कृष्ट माटी कला उद्यमियों ओमप्रकाश चिरगांव को प्रथम, गीता देवी उरई को द्वितीय, जानकी चक्रवर्ती झांसी को तृतीय पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। विजेता माटी कला उद्यमी को उप्र माटी कला बोर्ड की ओर से क्रमशः 15 हजार रुपए, 12 हजार रुपए, 10 हजार रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। गौरतलब है कि माटी कला उद्यमियों द्वारा प्रदर्शनी स्थल पर ही चाक पर माटी कला का प्रर्दशन कर कलाकृतियां बनाईं। मौके पर ही निर्णायक मंडल की बुन्देलखण्ड विश्व विद्यालय की फाइन आर्ट विशेषज्ञ डॉ श्वेता पाण्डे, डॉ गजेन्द्र सिंह, डॉ शुभ्रा कडकडे ने प्रतिभागियों का चयन किया।

प्रारंभ में परिक्षेत्रीय खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राम किशोर गुप्ता ने सदर विधायक का स्वागत करते हुए खादी ग्रामोद्योग की लाभकारी योजनाओं व ऋण में मिलने वाली छूट तथा प्रदर्शनी में आये उत्पादों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश की सरकार “मेक इन इण्डिया” और “आत्म निर्भर भारत” को लेकर सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने बेरोजगार युवाओं से खादी बोर्ड की योजनाओं से जुडकर उद्योग लगाने का आवाहन किया। कार्यक्रम में प्रदर्शनी में दुकान लगाने वाले उद्यमियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

इस अवसर पर उप निदेशक अर्थ एवं सांख्यिकी एस एन त्रिपाठी, ज्येष्ठ लेखा परीक्षक दिनेश चन्द्र, सहायक विकास अधिकारी द्वारका प्रसाद, लेखाकार कैलाश चंद्र, अनुदेशक शिखा, अरविंद आदि सहित विविध क्षेत्रों से आए दुकानदार, गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे। अंत में परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी आर के गुप्ता द्वारा आभार व्यक्त किया गया।

इस प्रदर्शनी में आधुनिक डिजायनों के खादी के वस्त्र दरी, कालीन, जड़ी, वूटियां, चाक द्वारा मिट्टी के बर्तन, प्रतापगढ़ के अचार मुरब्बे, रेडीमेट गारमेंट्स, वाशिंग पावडर, अगरबत्ती, जूते, सौंदर्य प्रसाधन, गृह उपयोगी वस्तुओं आदि के स्टाल लगाये गये थे। इन स्टालों पर उत्पादों की बिक्री उत्साहवर्धक रही।