झांसी । 20 मार्च को उत्तर मध्य रेलवे, झांसी मंडल के झांसी – हेतमपुर खंड तीसरी लाइन स्थित सोनागिर स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग संस्थापन का कार्य मात्र एक दिवस में सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया है। उक्त इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग संस्थापन कार्य के पूर्ण होने से ट्रेनों के सञ्चालन में सुगमता, संरक्षा स्तर में बढ़ोतरी के साथ-साथ ट्रेन मूवेमेंट को गति मिलेगी । उक्त इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य निर्धारित समय से मात्र 10 मिनट का अतिरिक्त समय लेते हुए, संरक्षापूर्ण तरीके से कार्य संपन्न किया गया ।

उक्त कार्य के साथ समपार फाटक संख्या 387 को भी इंटरलॉक किया गया |इस कार्य के अंतर्गत झाँसी मंडल की दूसरी सबसे बड़ी लूप लाइन तथा तीसरी लाइन की पहली सबसे लम्बी कॉमन लूप लाइन कमीशन की गयी |

गौरतलब है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग केन्द्रीयकृत कम्प्युटरीकृत सिग्नल प्रणाली है, जिसमें गाड़ी के रूट को मात्र एक बटन के सहारे आसानी से बदला जा सकता है। इस प्रणाली की स्थापना से रेलगाड़ियों की समयबद्धता में सुधार के साथ संरक्षा स्तर में बढ़ोतरी होती हैI इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग पैनल इंटरलॉकिंग के मुकाबले संरक्षा की दृष्टि से ज्यादा भरोसेमंद प्रणाली है, परिचालन विभाग के कुशल कार्य निष्पादन से कार्य के तय समय सीमा में पूर्ण कर लिया गया।

मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के मार्ग-दर्शन और वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर (समन्वय) विष्णु शंकर गुप्ता तथा वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ल, सहायक मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर विजय कुमार भारती के नेतृत्व में अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य परिचालन विभाग के उचित समन्वय से लक्षित समय के अंदर सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया I उक्त कार्य को कुशल मार्गदर्शन के चलते विषम परिस्थिति के बावजूद संरक्षापूर्वक एवं बिना किसी अतिरिक्त विलंबन से संपन्न हुए, इस कार्य में समस्त सिग्नल निरीक्षक, यातायात निरीक्षक, संचालन निरीक्षक एवं सोनागिर स्टेशन का परिचालन स्टाफ बधाई के पात्र हैं ।