– तात्या टोपे के वंशज व अन्य हस्तियों का हुआ सम्मान

झांसी। अखिल भारतीय साहित्य परिषद एवं संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में चलाई जा रही 148 दिवसीय क्रांति तीर्थ यात्रा का समापन समारोह राजकीय संग्रहालय के सभागार में आयोजित किया गया। इसमें बुंदेलखंड प्रांत के 7 जिलों से आये प्रतिनिधियों ने अपनी सहभागिता की, जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ पवन पुत्र बदल ने की, मुख्य अतिथि विनायक राव टोपे (तात्या टोपे के पौत्र) रहे। विशिष्ट अतिथि डॉ महेश पांडेय बजरंग प्रदेश महामंत्री साहित्य परिषद रहे।

कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए महेश पांडे बजरंग ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य आम जनमानस को क्रांतिकारियों के विषय मे बताना व उनके द्वारा किए गए योगदान और उनके परिवारों से अवगत कराना था। जिसके लिए अखिल भारतीय साहित्य परिषद ने यह बीड़ा उठाया और विभिन्न ऐसे ग्राम जहां क्रांतिकारियों ने जन्म लिया था उन स्थानों की मिट्टी लेकर उनकी कलश यात्रा प्रत्येक ग्राम में निकाली गई व प्रत्येक जनपद में क्रांतिकारियों पर केंद्रित विभिन्न प्रकार के आयोजनों में सहभागिता करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष व मुख्य वक्ता डॉ पवन पुत्र बादल ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाते हैं और औपनिवेशिकता को दूर करते हैं तथा नई पीढ़ी को यह प्रेरणा भी देते हैं कि हम अपने इतिहास को जाने और उनके प्रति गौरव की भावना रखें ।
वहीं अन्य वक्ताओं ने भी इस आयोजन को अद्भुत और श्रेष्ठ बताते हुए कहा कि किस प्रकार के कार्यक्रम भारतीय गौरव के प्रतीक है । भविष्य में भी ऐसे परिवार जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना तन मन धन समर्पित कर दिया और कभी उसका मूल्य नहीं लिया हमें उन लोगों का संरक्षण करना होगा। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में आयोजित हुए कवि सम्मेलन में सभी रचनाकारों की कविता पाठ किया जिसका संचालन निहालचंद शिवहरे ने किया ।

उक्त कार्यक्रम में ओम प्रकाश शास्त्री जिला ललितपुर, जग प्रसाद तिवारी महोबा, श्रीराम प्रताप शुक्ला बांदा ,लखनलाल जोशी हमीरपुर, शिव कुमार मिश्रा चित्रकूट ,अश्विनी मिश्र जालौन सहित बीपी सैनी ,राजीव शुक्ला, तनुजा कुशवाहा, इस्माइल खान, डॉ रमेश दुबे,, श्याम शरण नायक सत्य, के एम श्रीवास्तव, साकेत सुमन चतुर्वेदी, राजेश तिवारी , संजय राष्ट्रवादी , राम बिहारी सोनी आरिफ शहडोली , रमन शर्मा, अभय तिवारी ,बृजलाता मिश्रा आदि साहित्यकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वर्ष साहित्यकार डॉ पवन गुप्ता तूफान व आभार व्यक्त प्रताप नारायण द्विवेदी ने किया ।