झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी-कानपुर रेल लाइन पर रात में ट्रेन से एक मुसाफिर गिर गया। इसकी जानकारी उसके साथियों को हुई तो वह ट्रेन से उतर कर घटना स्थल पर पहुंचे और उसे उठा कर इलाज के लिए ले जाने लगे, किंतु रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

कानपुर देहात में रसूलाबाद थानान्तर्गत सियोंभीरा निवासी लगभग 29 वर्षीय दीपू पुत्र गया प्रसाद हैदराबाद में काम करता था। वह मजदूरी की बकाया राशि लेने गांव के ही साथी चचेरे भाई मुनेश व विद्यासागर के साथ हैदराबाद जा रहा था। इसके लिए वह पुखराया से ट्रेन में चढ़ में गया।

साथी मुनेश के अनुसार रात्रि में ट्रेन जब मुस्तरा रेलवे स्टेशन पहुंचने वाली थी तभी चलती ट्रेन से वह गिर गया। इसकी जानकारी जब तक उसे हुई ट्रेन काफी दूर निकल आई। ट्रेन रुकने के बाद वह दोनों ट्रेन के टीटी के साथ करीब 500 मीटर दूर पटरियों पर पैदल चलते हुए खोजते चले गए। पटरी किनारे वह उन्हें गंभीर घायलावस्था में मिला। उन्होंने उसे गोद में उठाया और अस्पताल ले जाने लगे तभी उसके प्राण निकल गए।

इसकी सूचना सम्बधित थाने की पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया।परिजनों के मुताबिक शादी के एक साल बाद ही दीपू को छोड़ कर उसकी पत्नी कहीं चली गई थी। जब से वह अकेला व उदास रहता था। दीपू अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी चार बहनें रूपा, नीलम, सोनी और नीलू शादीशुदा हैं। दीपू के पिता गयाप्रसाद की दो साल पहले मौत हो गई थी। अब दीपू अपनी मां रामबेटी के साथ घर पर रहता था। दीपू की मौत की खबर सुनकर मां का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है।