जैम में फंसी रही दमकल की गाड़ी
झांसी। जिले के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में मिर्जा कम्पाउन्ड में घर के अंदर जिंदा जल कर वृद्ध की मौत हो गई है। पुलिस और फायर बिग्रेड ने किसी प्रकार आग को बुझाया और अंदर पड़े शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। इस घटनाक्रम का दुखदाई पहलू यह रहा कि घटनास्थल से मात्र 500 मीटर की दूरी से दमकल की गाड़ी को पहुंचने में 45 मिनट लग गये। गाड़ी जैम में फंस गई। अगर दमकल जाम में फंसती तो शायद बुजुर्ग को बचा लिया जाता।
सीपरी बाजार थाना के नालगंज मोहल्ला निवासी शरत त्रिपाठी (65) का मिर्जा कंपाउंड में पुश्तैनी मकान है। शरत की पत्नी की कई साल पहले मौत हो चुकी। बड़ा बेटा बब्बल दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है जबकि बेटी तनु की दतिया में पिछले साल शादी कर दी है। पड़ोसियों के मुताबिक शरत मिर्जा कंपाउंड स्थित पुश्तैनी मकान की देखभाल को अक्सर यहां आते-जाते थे। बुधवार शाम करीब चार बजे वह आए थे। पुश्तैनी मकान के पास ही उनकी ससुराल भी है। करीब आधा घंटा ससुराल में बिताने के बाद वह अपने घर में चले गए। अंदर से गेट का ताला बंद कर लिया। करीब छह बजे घर के अंदर से धुआं निकलता दिखा तो पड़ोस में रहने वाले हेमंत को शक हुआ। शोर मचाते हुए मोहल्ले के लोग जब पहुंचे तब दरवाजा अंदर से बंद था। पड़ोसियों ने छह बजे ही दमकल बुलाने के लिए फोन किया। 500 मीटर की दूरी तय करने में दमकल को पूरे 45 मिनट लग गए। दमकल 6:45 बजे यहां पहुंची। दमकल कर्मियों ने बताया कि मसीहागंज मार्ग पर कारों और हथठेलों के चलते जाम लगा हुआ था। बड़ी मुश्किल से जाम खुलवाया। जब घटनास्थल तक पहुंच सके। दरवाजा तोड़ने के बाद पुलिस टीम घर में दाखिल हुई। यहां फर्श पर उनकी झुलसी अवस्था में लाश मिली।
उन्होंने आग लगाकर आत्महत्या की या फिर आग अचानक लग गई। यह स्पष्ट नहीं है। वहीं पुलिस का कहना है छानबीन के दौरान पता चला कि शरद त्रिपाठी मानसिक रुप से परेशान थे। आशंका है कि मानसिक परेशानी के कारण उन्होंने यहां आकर घर के अंदर आग लगाकर आत्महत्या कर ली। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।