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झांसी । महानगर के सीपरी बाजार लहर गिर्द में पाश प्राइवेट कालोनी ॐ शांति ग्रीन भले ही नाम देख कर लगे की इस कालोनी में सभी सुविधाओं से आच्छादित परिवार शांति से रहते होंगे, इन दिनों इस कालोनी के वाशिंदों को किसी की नजर लग गई। कालोनी में पानी की भूमिगत श्रोत की व्यवस्था को लगे ग्रहण से यहां की शांति व ग्रीनरी खो गई है। कालोनी के वाशिंदों का सुख-चैन पानी ने छीन लिया है। पानी के लिए कालोनी के वाशिंदे पानी के लिए सरकार की गुहार लगा रहे हैं।

दरअसल महानगर में सीपरी बाजार लहरगिर्द क्षेत्र में ॐ शांति ग्रीन कॉलोनी में लगभग 125 सम्पन्न पढ़ें लिखे परिवार रहते हैं। यहाँ पर पानी की व्यवस्था बोरिंग द्वारा की जाती है। यहां के वाशिंदों ने कभी सोचा नहीं होगा या यूं कहें कि सोचने की फुर्सत नहीं मिली होगी कि जिस भूमिगत जल श्रोत पर वह आश्रित हैं वह एक न एक दिन तो सूखेगा ही। बैंगलोर जैसे आईटी शहर इसका उदाहरण है।

चलो हम ऊं शांति ग्रीन की बात करते हैं। इन दिनों अत्यधिक गर्मी के कारण कालोनी के सभी बोर का जलस्तर तलहटी पर पहुँच गया है जिससे कि 125 परिवारों को पानी नहीं मिल पा रहा है। कॉलोनी के सभी रहवासी पानी के अभाव में बड़े परेशान हैं। सभी विकल्पों पर चर्चा के बाद कालोनी के रहवासी अधिशाषी अभियंता जल संस्थान, झाँसी की शरण में पहुंच गए हैं।

उन्होंने पत्र लिखकर निवेदन किया है कि कॉलोनी की व्यवस्थित जलापूर्ति हेतु कम से कम पाँच टैंकरों की प्रतिदिन व्यवस्था की जाये। इस पत्र में आशा व्यक्त की गई है कि समस्या की गंभीरता को समझकर शीघ्रातिशीघ्र जल की व्यवस्था करवायेंगे। यह पत्र अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा व सचिव प्रदीप सुडेले के हस्ताक्षर से दिया गया है। अब देखना यह है कि क्या व्यवस्था होती है।