थानाध्यक्ष की संवेदनशीलता, “तुम मेरी बहन हो, तुम्हें जो भी जरूरत पड़े बताना”

झांसी। जिले में थाना बड़ागांव क्षेत्र में दो दिन पहले हुई एक हृदय विदारक दुर्घटना हुई थी जिसमें बारात लेकर जा रहे दूल्हा और उसका भाई भतीजा और अन्य रिश्तेदार एक कार में जिंदा जल गए थे और जिस लड़की की शादी होने जा रही थी उसके हांथों में मेहंदी रची रह गई क्योंकि बारात वहां नहीं पहुंच पायी। इस घटनाक्रम ने सभी को झकझोर दिया था। इसके बाद मेंहदी लगी कन्या की शादी को लेकर सभी चिंतित हो गए थे।
दरअसल, जिस लड़की की शादी होनी थी वह बहुत गरीब परिवार से है, तभी समाज के लोगों ने मिलकर झांसी के उल्दन थाना क्षेत्र के रजपुरा निवासी देवेंद्र से शादी तय कर दी, जिसकी शादी 12 मई विधि-विधान से कर दी गई। बारात में दूल्हे सहित 25 बाराती शामिल हुए। रविवार रात शादी समारोह बिल्कुल साधारण तरीके संपन्न हुआ।
गौरतलब है कि झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के छपरा गांव निवासी रामजीवन की पुत्री अंजू की शादी पहले एरच थाना क्षेत्र के बिलाटी गांव के आकाश से तय हुई थी। 4 मार्च को पिता रामजीवन की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। शुक्रवार रात बारात लेकर आ रहे दूल्हा की कार में ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटना में कार सवार दूल्हे आकाश, उसके बड़ा भाई आशीष, चार साल के भतीजे मयंक और कार चालक की जलकर मौत हो गई थी। हादसे के बाद दोनों परिवारों की शादी की खुशियां मातम में बदल गई थींं। दुल्हन के लिबास में वरमाला लिए तैयार खड़ी अंजू हादसे खबर सुनते ही सदमे में चली गई थी। इसके बाद लड़की की शादी की चिंता होने लगी।
बुंदेलखंड में रिवाज है कि यदि मंडप सजने और तेल चढ़ने के बाद इस तरह किसी दूल्हे की मौत हो जाती है तो उसी मंडप में लड़की की शादी की जाती है। गांव में हुई पंचायत के बाद दूसरा रिश्ता देखना शुरू किया गया। परिजन ने चारों तरफ रिश्ता देखना शुरू किया। अंजू के मौसा मुकेश अहिरवार ने बताया कि 24 घंटे में पांच रिश्ते देखे गए। इसके बाद उल्दन थाना क्षेत्र के रजपुरा निवासी देवेंद्र पसंद आया। लड़का-लड़की दोनों के राजीनामे के बाद देवेंद्र अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ बारात लेकर पहुंचा. विधि विधान से समारोह सम्पन्न हुआ।
इसकी जानकारी जब बड़ागांव थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान को लगी तो वह उस लड़की के घर अपनी पत्नी और पुलिस कर्मचारियों के साथ जा पहुंचे जहां पर उन्होंने थाना बड़ागांव पुलिस कर्मियों की मदद से उस गरीब निर्धन बच्ची को 51000 रुपये की राशि आशीर्वाद स्वरूप देते हुए कहा की “बेटा आपको कभी कोई समस्या हो हमें बताना हम आपके भाई हैं।” उन्होंने बारात लेकर आए दूल्हे और उनके परिवार वालों को भी शुभकामनाएं दी। यह सुनकर वहां मौजूद दुल्हन की माँ व परिजनों आदि की आँखों में आंसू छलक निकले और सभी ने वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मियों का धन्यवाद दिया। इस दौरान थानाध्यक्ष बड़ागांव सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कल उनकी शादी की सालगिरह थी और उन्हें पुण्य काम करने का मौका मिला है।










