झांसी। श्री राम जानकी मंदिर मेहंदी बाग में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस के अवसर पर महंत रामप्रिया दास महाराज व उत्तराधिकारी महंत प्रेम नारायण दास ने भागवत का पूजन किया, तत्पश्चात वृंदावन से पधारे कथा व्यास हरिवंश दास महाराज ने कपिल देवहुती संवाद, भगवान नाम संकीर्तन का व्याख्यान करते हुए भक्तजनों को कथा श्रवण कराई।
कथा व्यास हरिवंश दास महाराज ने कहा कि कीर्तन करने से योग धर्म के अनुसार कलियुग में प्राणी भवसागर से पार हो सकता है। जो फल सतयुग में एक बार साधना करने से मिलता था, वह कलयुग में चार बार साधना करने से मिलता है, लेकिन भगवान नाम का अनंत फल कलयुग में है। यज्ञ दान और तप कभी नहीं छोड़ना चाहिए। हरिवंश दास महाराज ने प्रहलाद चरित्र, धु्रव चरित्र पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रहलाद को अनेकों प्रकार से प्रताड़ित किया गया, परंतु भगवान अपने भक्त का अपमान भगवान नहीं सह पाए और प्रकट हो गए और भक्ति का अपमान करने वाले का वध किया। उन्होंने दक्ष नरसिंह अवतार, वामन अवतार, राम अवतार और कृष्ण अवतार की कथा व्याख्या सहित सुनाई। श्रोतागण नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल सहित अनेक सुमधुर भजनों पर झूमते रहे।
इस अवसर पर अखिलेश तिवारी, मनोज कुशवाहा, केके गुप्ता, राजेंद्र पाठक, राजेंद्र शर्मा, एपी अग्रवाल, प्रमोद दीक्षित, आरके भट्ट, रज्जू गोस्वामी, मोहन कुशवाहा सहित सैकड़ो की संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे।