झांसी। रेलवे की ईसीसी सोसाइटी के चुनाव में नॉर्थ सेन्टर रेलवे मेंस यूनियन ने लगातार 111 वर्षों से जीत बरकरार रखी। हालांकि झांसी मंडल में इस बार उसे नुकसान उठाना पड़ा जबकि एनसीआरईएस पांच से आठ सीटों पर पहुंच गयी।

NCRES ने इसके पहले की चुनाव में हार का प्रतिशत अप्रत्याशित रूप से बहुत कम किया हैं । वर्ष 2014 में जो हार का अंतर 1800 पैनल वोट थे वहीं वर्ष 2019 ये अंतर कम होकर 1200 हो गया था लेकिन इस वर्ष 2024 में ये अंतर घट कर केवल 250 पैनल वोट का रह गया हैं । जिस प्रकार कर्मचारियों के मत प्रतिशत एनसीआरईएस के प्रति बढ़ा है जिसके कारण इस बार NCRMU को बहुत संघर्ष करना पड़ा और कई स्थानों पर जीत कर अंतर बहुत कम हो गया हैं । मानिकपुर में ये अंतर केवल 03 पैनल वोट का था और इसी प्रकार डीजल लोको शेड में ये अंतर 07 पैनल वोट और कहीं केवल 34 के अंतर से ही जीत मिल पाई हैं ।

26 जून को मतदान होने के बाद गुरुवार को मतों की गणना की गई जिसमे नॉर्थ सेंटर रेलवे मेन्स यूनियन को 36 सीटों में से 28 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एम्पलाईज संघ ने झांसी वर्कशॉप से 6 सीट एवं एनसीआरएमयू ने 2 सीट पर किया कब्जा। ललितपुर से 2 सीट एनसीआरएमयू ने जीती एवं बांदा से एनसीआरईएस ने 2 और एनसीआरएमयू ने 1 सीट हासिल की।

इस चुनाव में एनसीआरएमयू को झांसी से 2936 पैनल बोट और एनसीआरईएस को 2698 पैनल बोट मिले और ग्वालियर में सभी 05 सीट एनसीआरएमयू को मिली जिसमें (एनसीआरएमयू) को 629 पैनल वोट मिले और एनसीआरईएस को 549 पैनल बोट मिले तथा मानिकपुर से मेंस यूनियन को 42 पैनल बोट पाकर जीत दर्ज की, सीएमएलआर वर्कशाप से मेन्स यूनियन ने 88 पैनल बोट से जीत हासिल की तथा एक एक सीट वैगन रिपेयर डिपो झांसी व बांदा से एनसीआरएमयू ने जीत दर्ज की।
चुनाव परिणाम को जानने के लिए सुबह से प्रत्यासियों के साथ समर्थक बने रहे। जहा दिनभर परिणाम की गहमागहमी रही। जीत के बाद दोनों यूनियन के सदस्यों ने मनाया जश्न ।