ब्र. मुकेश भैया जी बने मुनि श्री विलक्ष्य सागर जी महाराज
झांसी। “जीवन में किसी भी क्षण में वैराग्य उमड़ सकता है”। इस वाक्य को चरितार्थ होते आज झांसी की जैन समाज ने स्वयं देखा, जब दीनदयाल सभागार में आयोजित भव्य जैनेश्वरी दीक्षा समारोह में आचार्य श्री विशद सागरजी महाराज ने आज नवीन जैनेश्वरी दीक्षा दिल्ली निवासी मुकेश भैया जी को प्रदान की।
इस दौरान नगर के सैंकड़ों श्रद्धालुओं के अतरिक्त दीक्षार्थी मुकेश भैया के दर्जनों परिजन व निकट संबंधी इस भाव विह्वाल कर देने वाले दृश्य के साक्षी बने। इसी दौरान संघस्थ मुनि श्री विशाल सागर जी को स्थविर मुनि” पद की प्रतिष्ठा भी की गई।
जैनेश्वरी दीक्षा समारोह के पूर्व आज पूर्वान्ह भव्य शोभा यात्रा श्री चंद्र प्रभु जिनालय से आरंभ हुई, जिसमें पूज्य आचार्य श्री विशद सागर जी के सान्निध्य में दीक्षार्थी मुकेश भैया जी के संस्कार हेतु माता पिता बने पुष्पा राजेंद्र बड़जात्या के साथ प्रथम बग्गी में चल रहे थे। इस भव्य शोभा यात्रा में बग्गियों, घोड़ों पर मुख्य पात्र विराजमान थे। सैंकड़ो श्रद्धालु बैंड नगाड़ों की मंगल ध्वनि पर भक्ति पूर्वक नृत्य कर रहे थे। यह शोभायात्रा जहां-जहां से निकली वहां वहां वातावरण पूरी तरह से धर्ममय हो गया। शोभा यात्रा को एक नजर निहारने के लिए खासी भीड़ उमड़ पड़ी।
समारोह का आरंभ राजीव जैन सिर्स ने ध्वजारोहण व मुकेश भैया जी के परिजनों ने आचार्य विराग सागर जी के चित्र अनावरण व दीप प्रज्वलन करके किया। इस अवसर पर मंगलाचरण की प्रस्तुति चंद्र प्रभु जिनालय पाठशाला की नन्हीं बालिकाओं व बहुमंडल ग्रुप ने दी। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मेरे लिए यह बेहद अद्भुत पल है कि मैं इस पुण्य अवसर का साक्षी बना हूं। आज इस आयोजन से झांसी की धरा भी पावन हो गई।
इस अवसर पर आचार्य विशद सागर जी ने मुनि दीक्षा की क्रियाएं संपन्न करवाते हुए कहा कि आज प्रातः जब दीक्षार्थी के प्रथम केशलोंच करवाए गए,तो उनके चेहरे के भाव पूर्ण साता के थे। इस कठिन क्रिया में वे तनिक विचलित नही हुए। हमे विश्वास है वे मुनिपद की गरिमा अक्षुण्य रखकर मोक्ष मार्ग प्रशस्त करेंगे। देर शाम समारोह में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद तथा कृभको के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव भी पहुंचे। उन्होंने भी दीक्षा समारोह के साक्षी के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
मुकेश भैया जी के दिल्ली से आए दामाद सन्नी जैन ने बताया कि पारिवारिक जिम्मेदारियां पूर्ण करके लगभग 3 वर्ष पूर्व घर छोड़ दिया था, उन्होंने दोनो बेटियों व पुत्र के विवाह उपरांत ही यह निर्णय लिया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कार्यक्रम विनोद ठेकेदार, रविंद्र जैन रेलवे, सुनील जैनको, एड प्रकाश चंद जैन, सुभाष जैन ठेकेदार, इंजी. सतीश चंद्र जैन, डा. विनय जैन, कमल जैन शिवाजी, मुकेश वीडियो, अशोक जैनिथ, एडवोकेट अनूप जैन , यश अछरौनी, सौरभ जैन, दिव्यांश जैन, शुभम जैन, शुभम जैरी, संजय कर्नल, डॉ सचिन जैन, देवेश केडी, आलोक जैन विश्व परिवार, आशीष जैन, अमीश बड़जात्या, सविता जैन, मीना जैन, भाग चंद्र जैन, रजनी जैनको, अमित जैन, राजीव रानू, सुनील डयोडिया, साधना जैन बबली चाची आदि मौजूद रहे। इस समारोह में शामिल होने के लिए जयपुर दिल्ली छतरपुर बमीठा गुरसराय खनियाधाना बिहार आदि से बड़ी संख्या में जैन धर्मांवलम्बी शामिल होने के लिए झांसी पहुंचे। झांसी से लगे हुए जिला निवाड़ी में उप जिलाधिकारी के पद पर तैनात साधना जैन द्वारा पाद प्राक्षलन किया गया। वंदना जैन जयपुर प्रथम प्रमिला जैन नगरा, डॉ. नीलम जैन सतीश चंद्र जैन, प्रमोद भोपाल अंजू रविंद्र जैन पदम चंद्र जैन तथा चतुर्दशी ग्रुप द्वारा शास्त्र भेंट किया गया। कार्यक्रम को विधिविधान पूर्वक प. प्रदीप शास्त्री ने संचालित किया। आभार विनोद जैन ठेकेदार ने व्यक्त किया।













