झांसी। केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, झांसी के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में सांसद अनुराग शर्मा ने पूर्व सांसद और प्रतिष्ठित आचार्य रघुनाथ विनायक धुलेकर की मूर्ति का अनावरण किया , यह मूर्ति केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, झांसी के परिसर में स्थापित की गयी है । इस अवसर पर उन्होंने कहा, “यह मूर्ति हमारे आयुर्वेदिक ज्ञान और संस्कृति के प्रति समर्पण का प्रतीक है।”
सांसद ने अपने संबोधन में आचार्य रघुनाथ धुलेकर के जीवन और उनके अविस्मरणीय योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने बुंदेलखंड आयुर्वेद महाविद्यालय के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयुर्वेद के अध्ययन और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने अपनी 60 एकड़ भूमि भारत सरकार को हस्तांतरित की। उनके इस प्रयास ने झांसी को आयुर्वेद का एक प्रमुख केंद्र बनाने में अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही उन्होंने आयुर्वेद को आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के साथ समन्वय स्थापित करने की दिशा में भी अथक प्रयास किए।
सांसद ने कहा, “आचार्य धुलेकर जी का यह योगदान न केवल झांसी बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके प्रयासों ने आयुर्वेद को नई दिशा और पहचान दी है, जिससे न केवल इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति का विकास हुआ, बल्कि झांसी को वैश्विक स्तर पर मान्यता भी मिली।”
कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से आयुष मंत्रालय के प्रमुख सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के कुलपति धीमान जी, आयुष मंत्रालय के सलाहकार डॉक्टर कौस्तुभ उपाध्याय, आयुर्वेद अनुसंधान के डायरेक्टर जनरल श्री रवि नारायण आचार्य, धोलेकर जी के परिवार के सदस्य गण डॉ. सी.के. कटियार, हरिओम पाठक, और प्रसिद्ध अभिनेत्री माधुरी दीक्षित समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।