A++ ग्रेड के लिए रिश्वत का आरोप
झांसी। सीबीआई ने नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) की निरीक्षण समिति के चेयरमैन और रामचंद्र चंद्रवंशी यूनिवर्सिटी, पलामू के वाइस चांसलर समरेंद्रनाथ साहा समेत 10 लोगों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन पर यूनिवर्सिटी को ए++ ग्रेड दिलाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है।
गिरफ्तार लोगों में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के झांसी निवासी प्रोफेसर राजीव सिजारिया सहित भारत इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के डीन डी. गोपाल, जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी के डीन राजेश सिंह पवार, जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर मानस कुमार मिश्रा, दावणगेरे यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर गायत्री देवराजा और संबलपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर बुलु महाराणा शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट में सीबीआई के मुताबिक आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थित कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन (KLEF) के वाइस चांसलर जीपी सारथी वर्मा, वाइस प्रेसिडेंट कोनेरू राजा हरीन और हैदराबाद कैंपस के डायरेक्टर ए. रामकृष्णा ने NAAC निरीक्षण समिति के सदस्यों को रिश्वत देकर A++ ग्रेड हासिल करने की कोशिश की थी। इस मामले में सीबीआई ने पलामू, चेन्नई, बेंगलुरु, विजयवाड़ा, संबलपुर, भोपाल, बिलासपुर, गौतम बुद्ध नगर और नई दिल्ली सहित 20 स्थानों पर छापेमारी की। जांच जारी है और अन्य संभावित संलिप्त व्यक्तियों पर भी नजर रखी जा रही है।
गौरतलब है कि नेक राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद सदस्यों द्वारा रिश्वत लेकर शिक्षण संस्थाओं की मनचाही रैंकिंग देने के मामले में जांच कर रही थी । सीबीआई ने A++ ग्रेड हाँसिल करने के मामले में चल रही रिश्वत खोरी का बड़ा खुलासा करते हुए उक्त गिरफ्तारियां की हैं।
दरअसल सीबीआई ने klef पदाधिकारियों और एनए एसी सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिसमे आरोप लगाया गया था कि अनुकूल रेटिंग हासिल करने के लिए लोक सेवकों को अनुचित लाभ दिया गया। इन आरोपों में झांसी निवासी जवाहर लाल नेहरू विद्यालय के प्रोफेसर सहित वरिष्ठ एनएएसी अधिकारी ओर के एल ई एफ सदस्य भी शामिल है। टीम ने दस सदस्यों की गिरफ्तारी कर ली। आपको बता दे राजीव जनपद झांसी के दो नामचीन कॉलेजों में बतौर प्रोफेसर रह चुके है। गिरफ्तारी को लेकर आज जनपद भर में काफी चर्चाओं का विषय बना रहा।