खंडवा मप्र संवाद सूत्र। मध्य प्रदेश के खंडवा जिला कारागार में सजा काट रहे एक कैदी ने नाड़ा से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सजायाफ्ता कैदी अपनी ही 7 साल की नाबालिग बेटी से रेप के जुर्म में दोहरी उम्रकैद की सजा काट रहा था। कैदी को खंडवा जिला अदालत ने दोहरे अजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
दुष्कर्मी बाप पिछले 4 साल से जेल में बंद था और मंगलवार शाम के समय उसने अपने बैरक के पीछे पायजामे की नाड़े का फंदा बनाकर फांसी लगा कर खुदखुशी कर ली। पुलिस ने मृतक कैदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा है।
बता दें, कि यह कैदी अपनी ही 7 साल की नाबालिग बेटी से दुष्कर्म के मामले में तीन दिन पहले ही दोषी साबित हुआ था। न्यायालय ने उसे दोहरी उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इस मामले में अहम पहलू यह रहा की सुनवाई के दौरान ही पीड़ित नाबालिग की भी मौत हो गई थी। तकरीबन 4 साल से अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद पिता ने मंगलवार शाम लगभग 4 बजे के बाद जब बंदियों को बैरक से बाहर निकाला गया था, उसी दौरान उसने बैरक नंबर के पीछे जा कर अपने पाजामे उसी फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी। जैसी ही इस घटना का पता जेल प्रशासन को चला, जेल में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे। वहीं ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने पूरे मामले की जांच भी की।
इधर घटना के बारे मीडिया को जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी ने बताया कि आत्महत्या करने वाला कैदी विगत 2021 से जेल ने बंद था। तीन दिन पहले ही उसे कोर्ट ने अपनी ही नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का दोषी पाकर दोहरी उम्र कैद की सजा सुनाई थी। मंगलवार शाम को कैदी ने बैरक के पीछे खुद के लोवर के नाड़े से फांसी लगा ली। नियमानुसार ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट द्वारा इस मामले की जांच करवाई गई है।