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मौत के पहले खूब रोया, कहा-बच्चे-गहने सब कुछ ले गई, जिंदा रहकर क्या करूंगा

झांसी। पत्नी की बेवफ़ाई से पति इतना टूट गया कि उसने यह कहते हुए मौत को गले लगा लिया कि “उसने धोखा दिया है। मैं अब जिंदा रहकर क्या करूंगा, मुझे अब नहीं जीना है। मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं।” यह वाकया झांसी के थाना सदर बाजार क्षेत्र अंतर्गत भट्टा गांव का है जहां युवक ने मरने से पहले रोते हुए अपनी बहन से फोन पर हकीकत बताई।

भट्टागांव निवासी रेल कारखाने में संविदा कर्मी नरेंद्र उर्फ अमीचंद अहिरवार (31) का शव आज कमरे में फंदे से लटकता उस समय मिला जब किराएदार का बेटा किसी काम से उससे मिलने पहुंचा तो उसने शव को देखते ही शोर मचा दिया। इस परिजन व आसपास के लोग दौड़े तो नरेंद्र की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

परिजनों के अनुसार नरेंद्र की शादी 5 साल पहले झांसी की ही मंजू से हुई थी। वह लगभग 4 महीने पहले अपने दोनों बच्चों व लगभग ढाई लाख रुपए के आभूषण को लेकर बॉयफ्रेंड के साथ भाग गई थी। जांच में पता चला कि उसका अपने मायके में एक युवक से अफेयर था जिसका किसी को पता नहीं था। इस घटनाक्रम से नरेंद्र परेशान रहने लगा था क्योंकि वह अपने बच्चों से बहुत प्यार करता था।

उसने थाने में भी गुमशुदगी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस भी उनको नहीं तलाश सकी। परेशान नरेंद्र दिन-रात बच्चों के लिए रोता था। परिजनों के अनुसार गुरुवार को वह काम पर गया था। शाम करीब 6 बजे लौटकर घर आया। फिर अपनी दोनों बहनों से फोन पर बात की। वो खूब रोया। कहा- वो बच्चों और गहने भी ले गई। हमें बच्चों की बहुत याद आती है। बहनों ने समझाकर फोन काट दिया। संभवतः बहनों से बात करने के बाद नरेंद्र ने कमरे में पंखे पर गमछा से फंदा बनाया और लटक गया। नरेंद्र की मौत से परिजन सदमे में हैं और उसकी पत्नी को कोस रहे हैं।