डॉ नायक ने 40 थेरेपिस्ट के ग्रुप का नेतृत्व कर बारीकियां समझाईं

झांसी। चंडीगढ़ में आयोजित कायरोप्रेक्ट एडवांस टेक्निक की एशिया स्तरीय कार्यशाला में झांसी के मल्टी स्पेशलिटी थेरेपिस्ट डा० पियूष नायक को बेस्ट कायरोप्रेक्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया।

गौरतलब है कि मल्टी स्पेशलिटी थेरेपिस्ट डा० नायक जो उपचारात्मक आहार विशेषज्ञ पोस्ट ग्रेजुएट सरकारी विश्वविद्यालय से हैं व एक्यूप्रेशर ,पंचकर्म विशेषज्ञ भी हैं। उन्होंने डा० रजनीश कांत जो विश्व स्तरीय कायरोप्रेक्टर हैं देश के बड़े बड़े नेता व अभिनेताओं की थेरेपी कर चुके हैं जिनके नाम बहुत से विश्व स्तरीय रिकार्ड दर्ज हैं के द्वारा आयोजित कायरोप्रेक्ट एडवांस टेक्निक की एशिया स्तरीय कार्यशाला जो चंडीगढ आयोजित की गई में भाग लिया। इसमें देश विदेश के 180 थेरेपिस्ट ने सहभाग किया ।

कायरोप्रेक्ट प्राचीन भारतीय पद्धति है जो विदेशों में ज्यादा प्रचलित है,जिसमें मुख्यत: रीढ़ की हड्डी के खिसकने से सिरदर्द , चक्कर, सर्वाइकल कमर दर्द व घुटनों,पैर तक शरीर की सभी प्रकार की हड्डी की बोन डिशलोकेशन को ठीक कर पुराने से पुराने दर्द में बिना आपरेशन, बिना दर्द की दवाओं के निदान संभव है। कायरोप्रेक्ट इस कार्यशाला में विदेशी थेरेपिस्ट जो इंडोनेशिया, तिब्बत, नेपाल ,श्रीलंका, से आए थे अपने अनुभव साझा किये थ्योरी व प्रेक्टिकल विस्तार से अध्ययन किया।

बुंदेलखंड के लिए गर्व की बात है फिर डॉ० पीयूष नायक लीडर के तौर पर 40 थेरेपिस्ट के ग्रुप का नेतृत्व कर बारीकियां समझाईं, सभी ग्रुप को “दर्द में आहार व जीवन शैली का महत्व” समूह को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया। जिसकी सराहना सभी उपस्थित सहभागियों अतिथियों ने की। इस कार्यशाला के अंत में आयोजित भव्य समारोह में डॉ पीयूष नायक को बेस्ट कायरोप्रेक्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया।