टेहरका – बरुआसागर खंड में नव विद्युतीकृत व दोहरीकृत रेल लाइन पर 25 KV AC कर्षण वितरण प्रणाली का निरीक्षण
झांसी। मंडल के वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी – मानिकपुर खंड के अंतर्गत में नव विद्युतीकरण एवं दोहरीकरण टेहरका – बरुआसागर खंड का 11 जून को उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर यतेन्द्र कुमार द्वारा सघन निरीक्षण किया गया। इस महत्वपूर्ण निरीक्षण के दौरान रेलवे के विभिन्न तकनीकी पहलुओं की गहन जांच की गई, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सिस्टम सुचारू रूप से कार्यरत हैं और निर्धारित सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है।
निरीक्षण के दौरान निरीक्षण यान एवं टावर वैगन की सहायता से बिजली कर्षण प्रणाली से जुड़े विभिन्न इंस्टॉलेशन, समपार फाटक (गेट्स), स्विचिंग पॉइंट्स, खंभे, ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) वायरिंग, और अन्य सभी आवश्यक उपकरणों की बारीकी से परख की गई। इस प्रक्रिया में सभी उपकरणों की कार्यकुशलता की जांच करते हुए, उन्हें आवश्यकतानुसार संचालित कर उनकी प्रभावशीलता का आकलन किया गया।
सुरक्षा मानकों की सुनिश्चितता के पश्चात् 110 किमी प्रति घंटे की गति से स्पीड ट्रायल किया गया, जिससे रेल परिचालन की विश्वसनीयता और संरक्षा की पुष्टि की जा सके।
इस खंड पर रेल संरक्षा आयुक्त का निरीक्षण 12 और 13 जून को किया जाना है। निरीक्षण के पश्चात् रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा अनुमति प्रदान के उपरांत इस खंड पर रेल संचालन शुरू होगा।
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण के दौरान कई वरिष्ठ अधिकारी एवं रेलवे स्टाफ उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर/निर्माण श्री डी.बी.सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) श्री पी. पी. शर्मा, उप मुख्य विधुत इंजीनियर/ निर्माण श्री आर आर लाज़ारस ,वरिष्ठ मंडल विधुत इंजीनियर /ओपी श्री शिवम श्रीवास्तव , वरिष्ठ मंडल विधुत इंजीनियर / सामान्य श्री ए.पी. गौतम, वरिष्ठ मंडल विधुत इंजीनियर / टीआरडी श्री सतबीर सिंह , वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजीनियर श्री नरेन्द्र सिंह, वरिष्ठ विधुत इजीनियर/निर्माण श्री वीरेंद्र कुटार, सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी श्री ए.के. मिश्र , सहित निर्माण विभाग के अन्य अधिकारी एवं तकनीकी स्टाफ, निरीक्षक तथा पर्यवेक्षक उपस्थित रहे I