• प्रेमी से मिल कर लड़की ने हड़पे पिता के 7 लाख रुपये वापस लौटवाए
    झांसी। प्रेम में दीवानी होकर एक किशोरी ने अपने बीमार पिता की मेहनत की कमाई की जमापूंजी के सात लाख रुपए जालसाजी से बैंक खाते से निकाल कर एक अधिवक्ता के पास रख दिए। जालसाजी की जानकारी मिलने पर पुलिस ने संवेदनशीलता दिखाते हुए विकलांग की मदद की और उसकी जमा पूंजी को हासिल कर वापस खाते में जमा कर सराहनीय काम किया।
    जनपद के थाना शहर कोतवाली क्षेत्र के सैयर गेट अंदर मोहल्ला कुष्टयाना निवासी एक युवती ने प्रेमी पति के साथ मिलकर जालसाजी से बीमार पिता के खाते से 7 लाख रुपया निकाल कर एक अधिवक्ता के पास रख दिये। इसकी जानकारी जब युवती के बीमार पिता को लगी तो वह लंगड़ाता हुआ कोतवाली थाना पहुंचा और शहर कोतवाल संजय सिंह को दास्तां सुनायी। इसे गम्भीरता से लेते हुए शहर कोतवाल ने जिस अधिवक्ता के पास 7 लाख रुपया रखे थे उसे फ ोन कर रुपये मंगवाए, किन्तु अधिवक्ता ने न-नुकुर की। शहर कोतवाल के निर्देश पर मिनर्वा चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह व सिपाही विक्रम सिंह ने आरोपी अधिवक्ता से सम्पर्क किया और हड़पी गयी राशि को देने को कहा। मामले में फंसते देख कर अधिवक्ता ने विकलांग बीमार बुजुर्ग की लड़की द्वारा दिए गए 7 लाख रुपये सौंप दिए। एसआई ने 7 लाख रुपये पूरे बरामद करने के बाद बैंक बन्द होने पर उसे सलामती से अपने माल खाने में रखवा दिए। इसके बाद दूसरे दिन बैंक खुलने पर बुजुर्ग के साथ सुरेंद्र सिंह विक्रम बैंक पहुँचे और उसके खाते में पूरे 7 लाख रुपये जमा कराए। पुलिस की इस कार्यप्रणाली की बुजुर्ग ने खुले दिल से तारीफ की।