• रेलवे में प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने पर जोर, आज सघन श्रमदान
    झांसी। मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर ने बताया कि बिना जन जागरुकता व सहयोग के स्वच्छ भारत-स्वस्थ्य भारत का सपना साकार नहीं हो सकता। जन जागरुकता में मीडिया की भूमिका अहम है। रेलवे द्वारा 16 से 30 सितम्बर तक मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत जहां रेल अधिकारी व कर्मचारियों के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं, स्काउट-गाइड, कुली आदि के सहयोग से श्रमदान कर स्वच्छता व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा वहीं प्लास्टिक के उपयोग पर अंकुश लगाने व प्लास्टिक वेस्ट के निस्तारण पर विशेष जोर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पचास माइक्रान से कम वाली प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह से बंद करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने मीडिया के माध्यम से जन-जन से प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने का आह्वान किया।
    डीआरएम ने बताया कि मण्डल के झांसी, ग्वालियर आदि प्रमुख स्टेशनों पर मैकेनिकल क्लीनिंग से साफ-सफाई की जा रही है और अन्य स्टेशनों पर भी स्वच्छता के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जन सहयोग से स्टेशनों पर स्वच्छता के परिणाम दिखाई देने लगे हैं। उन्होंने पखवाड़े में मण्डल केसभी स्टेशनों, रेलवे कालोनी, परिसर आदि में प्रति दिन आयोजित स्वच्छता व जागरुकता सम्बन्धी कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस हेतु अलग-अलग स्टेशन पर अधिकारियों को नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि झांसी सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर बोतल क्रशिंग मशीनें भी लगी जायेंगी जिससे उनका उचित निस्तारण हो सकेगा, कचरे का निस्तारण सिविल प्रशासन के सहयोग से उचित तरीके से किया जायेगा।
    उन्होंने बताया कि पखवाड़े के तहत 17 सितम्बर को सघन श्रमदान किया जायेगा। इसके तहत प्रात: सात बजे स्वच्छता जागरुकता रैली निकाली जाएगी। स्टेशन तिराहा पर रैली के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जायेगा है कि वह प्लास्टिक का उपयोग न करें। उन्होंने बताया कि 17 सितम्बर को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म दिन है, इसी दिन से प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगाई जा रही है। इसे सफल बनाने के लिए रेलवे पूरी तरह से प्रयास करेगा। उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर पूर्ण रुप से पचास माइक्रान से कम प्लास्टिक व पॉलीथिन पर वैन लगाया जायेगा। इसके लिए आम जनता समेत रेलवे स्टेशन और ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को जागरुक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कुछ सामान ऐसा है जिसे अभी पूर्ण रुप से प्लास्टिक राहित नहीं बनाया जा सकता है, धीरे-धीरे आने वाले समय पर ऐसे सामान पर पूरी तरह से रोक लगा दी जायेगा। जागरुकता में आडियो, वीडियो, नुक्कड़ नाटकों का सहारा लिया जाएगा।
    उन्होंने बताया कि जहां स्टेशनों पर स्वच्छता पर विशेष जोर है वहीं गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके कारण लोगों में जागरुकता बढ़ी है और इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि रेल प्रशासन द्वारा स्कूलों में भी जागरुकता अभियान चलाया जाएगा ताकि बच्चे लोगों को जागरुक करें। उन्होंने बताया कि रेलवे के अभियान में कोई भी भाग लेकर श्रमदान कर सकता है। इस मौके पर डीएनएचएम गिरीश कंचन, जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।