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झांसी। शिक्षा के मंदिर में भेदभाव व उत्पीड़न से एक छात्रा इतनी त्रस्त हो गई कि वह आत्महत्या पर उतारू हो गई। उसने हास्टल की छत से छलांग लगा दी। इससे अफरातफरी मच गई। छात्रा की जान तो बच गई पर गंभीर घायल हो गयी।

प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत रोजगार प्रशिक्षण लेने के लिए भेल स्थित दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण केंद्र आरा मशीन पर होस्टल में महिमा अहिरवार का एडमिशन हो गया, किंतु वह कई परेशानियों से जूझने लगी। पीड़िता  का आरोप है कि प्रशिक्षण केंद्र में तैनात प्रशिक्षण देने वाली महिला टीचर तथा अन्य छात्राएं उससे इसलिए बुराई मानती है क्योंकि वह अनुसूचित जाति की है। उसका आरोप है कि उससे होस्टल में लगातार भेदभाव किया जाता था और उसे वहां से भाग जाने को कहते थे। होस्टल छोड़कर न जाने पर उसे गायब करने और मारपीट की धमकी देते थे।

इन धमकियों और उत्पीड़न से त्रस्त होकर छात्रा ने गत दिवस होस्टल की छत से कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसमें उसे गम्भीर चोट आई है। उसका उपचार किया जा रहा है। पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की।