इस्कान का जन्माष्टमी महोत्सव में भक्ति और उल्लास का रहा विराट संगम
झांसी। क्राफ्ट मेला मैदान में इस्कान के तत्वावधान में आयोजित प्रथम भव्य जन्माष्टमी महोत्सव में हजारों श्रद्धालुओं को भक्ति, संस्कृति और उत्सव की अनोखी अनुभूति हुई।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर शाम 5 बजे से हुए हरिनाम संकीर्तन ने वातावरण को कृष्णमय कर दिया। तत्पश्चात ब्रजभूमि प्रभु द्वारा प्रस्तुत श्रीकृष्ण कथा ने श्रोताओं को भक्ति और ज्ञान में डुबो दिया। विशेष रूप से प्रदर्शित श्रील प्रभुपाद का प्रेरणादायी वीडियो ने भक्तों को इस महोत्सव की आध्यात्मिक जड़ों और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव से जोड़ा। हजारों भक्तों ने भक्ति भाव से श्रीकृष्ण के विग्रह को दूध, दही, शहद और पुष्पों से स्नान कराया। इसके बाद महाआरती हुई। हजारों दीपों की लौ एक साथ प्रज्वलित हुई तो पूरा मैदान दिव्य आभा से आलोकित हो उठा। कार्यक्रम का समापन महाप्रसाद और माखन-मिश्री वितरण से हुआ।
अध्यक्ष ब्रजभूमि दास, उपाध्यक्ष व्रज जन रंजन दास, प्रिय गोविन्द दास, दामोदर बंधु दास एवं सुंदर मोहन दास, पीयूष रावत, सुरेंद्र राय, महेश सर्राफ, राजीव अग्रवाल, अशोक सेठ, अजय अग्रवाल, अन्योर दास, रमेश राय, मनीष नीखरा, आई.के. पांडे, रचित अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, अभय जैन, करमवीर, दीपक सोनी, प्रफुल्ल सिंघल, परम आश्रय दास, जितेन्द्र राठौर, सौरभ अग्रवाल, उमेश लिटोरिया, वैभव अग्रवाल, अंकित राय, अंकुश त्रिपाठी, निमेष खन्ना, नीरज अग्रवाल, रूपक कनोडिया, मोहित सिंह आदि मौजूद रहे हैं।
वहीं शुक्रवार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की उमंग और कृष्ण-भक्ति के रंग में सजी शाम के शुभारंभ पर भव्य रास लीला ने दर्शकों को वृंदावन के दिव्य अनुभव में पहुँचा दिया। श्रीकृष्ण की लीलाओं को सजीव होते देख श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे और “राधे-श्याम” के जयघोष से पूरा मैदान गूंज उठा। इसके बाद लोकप्रिय कलाकार रोहित भारद्वाज के मंच पर आगमन ने उत्साह को और बढ़ा दिया। उनकी कृष्ण-भक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुति ने माहौल को विशेष बना दिया। दिन का ऊर्जावान आकर्षण रहा रॉक बैंड कीर्तन, जिसने पारंपरिक कीर्तन को आधुनिक संगीत के संग प्रस्तुत कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया।मेला क्षेत्र में भव्य मंदिर सज्जा, रंग-बिरंगी विद्युत लाइटिंग, बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, आध्यात्मिक पुस्तकों के स्टॉल्स, छप्पन भोग वाले फूड स्टॉल्स और हस्तशिल्प की दुकानों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।
उन्होंने कहा कि झाँसी की जनता ने जिस भक्ति और प्रेम से इस प्रथम भव्य जन्माष्टमी महोत्सव को ऐतिहासिक सफलता दिलाई है, वह अविस्मरणीय है। सभी ने संकल्प लिया कि आगामी वर्ष में भी और भी बड़े पैमाने पर इसी प्रकार का आयोजन कर झाँसी को भक्ति और संस्कृति का केंद्रबिंदु बनाया जाएगा।