झांसी। केन्द्रीय कृषिवानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी में कृषिवानिकी संस्थान, इक्रीसेट, हैदराबाद भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान झांसी तथा वन विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में विश्व मरूस्थलीकरण एवं सूखा प्रतिरोधी दिवस पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में केपी दुबे अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विशिष्ट अतिथि के रूप में संजय कुमार मुख्य वन संरक्षक बुन्देलखण्ड जोन वन विभाग उत्तर प्रदेश सरकार तथा डा. एके रॉय निदेशक भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान मौजूद रहे। कृषिवानिकी संस्थान के निदेशक डा. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा संस्थान की उपलब्ध्यिों पर चर्चा की गयी तथा मरूस्थलीकरण एवं सूखे के प्रभाव को रोकने के लिये कृषिवानिकी द्वारा संभावित योगदान पर जोर दिया।
केपी दुबे मुख्य अतिथि ने बताया कि बुन्देलखण्ड को हरा-भरा खुशहाल बनाने के लिये कृषिवानिकी संस्थान, इक्रीसेट, हैदराबाद तथा वन विभाग उत्तर प्रदेश को मिलकर काम करना होगा। कार्यशाला में संजय कुमार, एके सिंह, डा. रमेश सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. नरेश कुमार द्वारा विभिन्न व्याख्यान दिये। संचालन डा. रमेश सिंह प्रधान वैज्ञानिक ने तथा आभार डा. आशाराम एवं संग्राम चव्हाण भानूदास द्वारा किया गया।