झांसी। उत्तर मध्य रेल कर्मचारी संघ के आरके शर्मा अध्यक्ष परिचालन शाखा झांसी के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने बिजौली, खजराहा, बबीना, बुडपुरा, बसई, तालबेहट खण्ड में द्वार सभाएं कर मान्यता प्राप्त यूनियनों द्वारा किए जा रहे शोषण की जानकारी देते हुए बताया कि दोनो यूनियनों की चालों के करण आज सिर्फ 14 लाख कर्मचारी बचे हैं और यही हाल रहा तो अगले 6 वर्षों में रेल कर्मचारी एक इतिहास बन कर रह जायेंगे। उन्होंने बताया कि पे कमीशन 18 माह बाद की जगह अब मिलना बंद हो जायेगा। एचआरए के बारे में कहानियों में पढ़ेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि यूनियन द्वारा धमकाया जा रहा है कि ईसीसी के चुनाव में यदि वोट नहीं दिया तो उनका पैसा डूब जायेगा। यह साबित करता है कि यूनियन कितनी कर्मचारी हितैषी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दीमक रूपी दोनों यूनियनों को हटाने के लिए सभ् ाी को एकजुट होकर उमरे कर्मचारी संघ के साथ खड़ा होना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि अब रेल में 98 प्रतिशत बहुत पढ़े लिखे, नेट उपयोग वाले कर्मचारी हैं। देश का सबसे बढ़ा मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ (वीएमएस) रेल्वे के बाहर भी श्रमिकों के हित की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कर्मचारियों से जागरुक होकर उनके हितों के लिए संघर्ष कर रहे उमरे कर्मचारी संघ को मजबूत करने की अपील की। सभाओं की अध्यक्षता आरके शर्मा अध्यक्ष परिचालन शाखा झांसी द्वारा की गयी। इन मौकों पर सुनील शर्मा, लोकेन्द्र गौतम, सीके चतुर्वेदी, हेमन्त प्रजापति, अरविंद द्विवेदी, अंकित श्रीवास्तव, एके श्रीवास्तव, मुकेश तिवारी, राजेश जयसवाल, रंजना शर्मा, अनीता वर्मा सहित सभी पदाधिकारी शामिल रहे।