झांसी/उरई। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के अंतर्गत उरई रेलवे स्टेशन पर घर से भागे दो नाबालिग भाईयों को सुरक्षित रूप से चाइल्ड लाइन, उरई को सुपुर्द कर दिया गया।
23 नवम्बर को सूचना प्राप्त हुई कि गाड़ी संख्या 19167 में इंजन से तीसरे जनरल कोच में दो नाबालिग बच्चे घर से भागकर यात्रा कर रहे हैं तथा उनकी सुरक्षा को लेकर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। सूचना मिलते ही सहायक उप निरीक्षक गंभीर सिंह एवं महिला आरक्षी पिंकी यादव ने तत्परता दिखाते हुए उरई रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने पर संबंधित कोच की जांच की।
सूचनाकर्ता जितेंद्र पंचाल से मोबाइल पर संपर्क कर बच्चों की सही पहचान सुनिश्चित की गई।
कोच में मिले दोनों बालकों ने अपना नाम पिंटू (16 वर्ष) तथा दीपू (13 वर्ष), निवासी बसेला, थाना कोतवाली राठ, जनपद हमीरपुर (उत्तर प्रदेश) बताया। दोनों ने सगे भाई होने की पुष्टि की तथा बताया कि घर में माता‑पिता की मारपीट से परेशान होकर वे घर छोड़कर भाग आए थे।
रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने दोनों बच्चों को पूर्ण संवेदनशीलता, सहानुभूति एवं सुरक्षा के साथ अपने संरक्षण में लिया तथा उरई पोस्ट लाकर आवश्यक पूछताछ एवं स्वास्थ्य परीक्षण कराया, जिसमें वे स्वस्थ पाए गए। तत्पश्चात विधिक प्रावधानों के अनुसार दोनों नाबालिगों को सुरक्षित रूप से चाइल्ड लाइन, उरई को सौंप दिया गया, ताकि उनके पुनर्वास की प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित की जा सके।














