• सकरार में नैना नदी में जल भराव से टूटा पुल, घरों में घुसा पानी
    झांसी। जनपद में बीती रात हुई तेज वर्षा के चलते झांसी-खजुराहो राजमार्ग पर सकरार की नैना नदी में आयी बाढ़ से अस्थायी पुल टूटने से लगभग दस घण्टे तक अस्थायी पुल से अवागमन बाधित रहा। दिन भर वाहनों का आवागमन निबाड़ी (मप्र) होकर जारी रहने से लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा और लोग समय से अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सके।
    दरअसल, झांसी-खजुराहो राजमार्ग पर सकरार से निकली नैना नदी पर पुल निर्माणाधीन है। इस पुल के निर्माण के चलते पीएनसी कम्पनी द्वारा नदी पार करने के लिए अस्थायी पुल का निर्माण कर दिया गया है। कल रात लगातार तेज वर्षा के चलते यह अस्थायी पुल बह गया। जलभराव होने के कारण नदी के किनारे बसे ग्रामीणों के घरों तक में पानी भर गया जिससे घरों में रखा आटा और अनाज पानी के कारण खराब हो गया व झांसी-खजुराहो मार्ग का संपर्क टूट गया। इसके कारण नदी के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें लगना शुरू हो गयीं। हालत यह हो गयी कि दोपहर तक कई किलोमीटर तक जाम लग गया और लोग अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए परेशान हो गए। इतना ही नहीं आसपास के विद्यालयों में झांसी से आने वाले शिक्षक भी समय पर विद्यालय नहीं पहुंच सके।
    ग्रामीणों का कहना था कि यदि अस्थायी पुल नहीं टूटता तो सारे गांव में जलभराव की स्थिति पैदा हो सकती थी। तेज वर्षा के कारण कस्बा निवासी मुन्ना पुत्र दशरथ कुशवाहा का मकान क्षतिग्रस्त हो गया तो वहीं रविन्द्र पुत्र आशाराम, वृषभान पुत्र हरिदास, जगदीश पुत्र प्यारेलाल, गुलाब कुशवाहा, सियाराम कुशवाहा, मलखान कुशवाहा, सोनू कुशवाहा, शोभाराम कुशवाहा, हरी सिंह, जगदीश, कैलाश, मंटू प्रजापति के घरों में पानी भर गया। इससे घर में रखा सारा समान खराब हो गया, लगातार हो रही बारिश से लोगों का घरों से निकालना भी मुश्किल हो गया है।
    इधर, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि झांसी-खजुराहो मार्ग का निर्माण कर रही पीएनसी कम्पनी ने नए पुल का पूर्ण रूप से निर्माण किए बिना ही पुराना पुल तोड़ दिया जिससे पानी का आवागमन रुकने से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई और लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उधर, लोगों की परेशानी को देखते हुए पीएनसी कम्पनी निर्माण कार्य में जुट गयी तब तक पुल के दोनों तरफ खड़े वाहनों को मार्ग परिवर्तित कर निबाड़ी के रास्ते निकाले जाने लगा। बताया गया कि सायं छह बजे तक अस्थायी पुल का निर्माण कर दिये जाने पर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया।