- मलबा मेडिकल कालेज मेें सरकारी कोटे से एमबीबीएस में प्रवेश की आड़ में डेढ़ करोड़ की ठगी का खुलासा
- पुलिस ने दबोचे अंतर प्रांतीय शातिर पांच जालसाज, मेडिकल कालेज के कई रडार पर, तलाश जारी
झांसी। मलबा मेडिकल कालेज का त्वचा रोग विभाग की ओपीडी को अंतर प्रांतीय शातिर ठगों ने जालसाजी का अडडा बना कर एमबीबीएस के सरकारी कोटे में प्रवेश के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपयों की ठगी की और रफूचक्कर हो गए, किन्तु पुलिस की तत्परता व गोपनीय कार्यवाही के चलते इस जालसाजी का गोरखधन्धा उजागर हो गया और पांच जालसाज हत्थे चढ़ गए। उनसे जालसाजी में प्रयुक्त पन्द्रह मोबाइल फोन, फर्जी दस्तावेज व नगदी बरामद हो गयी। एडीजी कानपुर जोन द्वारा उपरोक्त सराहनीय कार्य के लिए पुलिस टीम की प्रशंसा की गयी है। पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा पुलिस टीम को 40,000 रूपये पुरूष्कार की घोषणा की गयी है।
पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र सुभाष बघेल व एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने पत्रकारों के सामने पकड़े गए जालसाजों को प्रस्तुत करते हुए जब उनकी कारामात बतायी तो सभी आश्चर्य चकित रह गए। उन्होंने बताया कि गोपनीय रूप से यह सूचना प्राप्त हुयी की महारानी लक्ष्मीबाई मेडीकल कॉलेज झॉसी में एमबीबीएस में सरकारी कोटे में प्रवेश के नाम पर शातिर गैंग द्वारा जालसाजी कर करोड़ों रूपये ठग लिये हैं। मामले के महत्व व संवेदनशीलता को देखते हुए घटना के अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु परिक्षेत्र स्तर पर टीम गठित की गयी। प्रकाश में आया कि इस गैंग द्वारा मथुरा निवासी वीर सिंह से 800000 रूपये एवं कर्नाटक निवासी वी0 ईश्वरा रेडडी से 200000 रूपये की ठगी की गयी है। दोनों प्रकरणों को थाना नवाबाद में पंजीकृत हैं। दोनों प्रकरणों में जालसाजों ने एमबीबीएस में सरकारी कोटे से प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी की थी और प्रवेशार्थियों को मेडिकल कालेज के त्वचा रोग विभाग में बुला कर प्रवेश प्रक्रिया की खानापूर्ति करायी गयी थी ताकि उन्हें विश्वास हो जाए।
हत्थे चढ़े पांचों जालसाज
संयुक्त टीम द्वारा की जा रही जांच में आज पांचों जालसाज उस समय चढ़ गए जब वह झांसी के थाना नवाबाद क्षेत्र के मेडिकल बाईपास तिराहे पर किसी वाहन का इंतजार कर रहे थे। पूछताछ में पकड़े गए जालसाजों ने अपने नाम क्रमश: करन सिंह निवासी उल्दन जिला झांसी हाल निवासी अलाव मैदान के पास नई बस्ती थाना मऊरानीपुर झांसी, दीपक सिंह निवासी मुहल्ला पठला थाना मालथौन जिला सागर म0प्र0 मूल निवास ग्राम मसौराकलां थाना व जिला ललितपुर, मानस त्रिवेदी निवासी लवकुश नगर रोड चन्दला जिला छतरपुर म0प्र0, हृदेश कुमार गुप्ता निवासी गांधीनगर थाना व जिला महोबा, भूपेन्द्र प्रजापति निवासी ग्राम मसौराकलां थाना व जिला ललितपुर बताए। तलाशी में उनके पास से 37600 रूपये, 15 मोबाइल फोन, यश बैंक की चेक बुक, माइण्ड मूवर आफिस नोयडा के विजिटिगं कार्ड, दो आधार कार्ड, दो पेन कार्ड मिले।
नोएडा में जालसाजों का कार्यालय
डीआईजी ने बताया कि ठगों ने नोएडा सेक्टर 62 आईथम टावर में माइंड मूबर नाम से अपना आफिस खोल रखा है। यहां से वह पहले नीट के परीक्षार्थियों के फोन नम्बर समेत डाटा एकत्रित करते और फिर टेलीकॉलरों से कॉल के माध्यम से छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों से सम्पर्क कर नोएडा आफिस में बुला कर झांसी मेडिकल कालेज में एमबीबीएस में सरकारी कोटे से एडमीशन कराने के नाम पर प्रति व्यक्ति 20 लाख रुपए का सौदा करते थे। जिनसे सौदा हो जाता उन्हें नियत तिथि देकर झांसी मेडिकल कालेज बुलाया जाता था। यहां ओपीडी बंद होने के बाद वह चर्म रोग विभाग की ओपीडी का जालसाजी में उपयोग करते थे। इस दौरान आमंत्रित अभ्यर्थियों की प्रवेश की फर्जी प्रक्रिया पूरी की जाती। इस दौरान उनकी गतिविधियां ऐसी होती थीं कि अभ्यर्थियों व उनके अभिभावकों को विश्वास हो जाता था।
1 करोड़ 60 लाख रुपए की ठगी
जांच में पता चला कि इस तरह उन्होंने 16 लोगों को अपना शिकार बनाकर 1 करोड़ 60 लाख रुपए की ठगी की। अभियुक्तों द्वारा ठगी का कुछ रूपया नगद व कुछ रूपया अपने खातों में जमा करा कर लिया है। यह भी बताया कि जिन मोबाइल नम्बरों से छात्र/छात्राओं को कॉल की जाती थी वह नम्बर दूसरे थे, किन्तु गिरोह के सदस्य आपस में बात करने के लिए वन-टू-वन नम्बरों का प्रयोग करते थे ताकि उनकी पहचान छुपी रहे तथा पकड़ में न आयें। इतना ही नहीं उन्होंने अपने पर्सनल मोबाईल नम्बर व सही नाम किसी को नहीं बताये थे।