• कायाकल्प टीम को महिला अस्पताल में मिला चकाचक!
    झांसी। जानकर आश्चर्य होगा कि जिस जिला राजकीय महिला अस्पताल में मरीज व तीमारदार आए दिन किसी न किसी समस्या से दो चार होते रहते हैं उसी अस्पताल में प्रदेश से आयी कायाकल्प की दो सदस्यीय टीम को सघन निरीक्षण में कुछेक छोड़ कर सब कुछ ठीक-ठाक ही नहीं चकाचक मिला। मरीज व उनके तीमारदार भी हतप्रभ थे कि आज क्या हो गया है कि साफ-सफाई के साथ-साथ सभी स्टाफ के स्वरों से शहद झलक रहा है। हालांकि टीम के निरीक्षण के बाद फिर बेतलवा डाल की तर्ज पर पूरा दृश्य पलट गया!
    दरअसल, प्रदेश में सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं, सुविधाओं, साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता आदि सम्बन्धित चिकित्सा सेवाओं को जांचने-परखने के लिए कायाकल्प टीम की व्यवस्था की गयी है। यह टीम महिला व पुरुष अस्पतालों में जाकर योजना में निर्धारित सेवाओं व व्यवस्थाओं की सूची के अनुसार जांच कर अंक देती है। यही अंक प्रदेश स्तर की रेटिंग तय करेंगे। इन अंकों के आधार पर सम्बन्धित अस्पताल को कायाकल्प योजना में निर्धारित धनराशि दी जाती है। पूर्व में इस तरह के कई निरीक्षण किये जा चुके हैं। इसी तरह का निरीक्षण अब जिला महिला अस्पताल में कायाल्प की टीम ने किया। इस निरीक्षण की जानकारी पूर्व से हो जाने पर अस्पताल की व्यवस्थाओं व सुविधाओं के साथ-साथ साफ-सफाई को चकाचक कर दिया गया था। निर्धारित समय पर कायाकल्प की टीम में मौजूद डॉ. राजेंद्र वाष्र्णेय व डॉ. नाजिया खान महिला अस्पताल में पहुंची। टीम द्वारा सीएमएस के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया गया। टीम का सर्वाधिक जोर साफ-सफाई पर रहा। इसके अलावा टीम ने अस्पताल की ओटी, प्रसव कक्ष, दवा काउंटर/भण्डारण, एसएनसीयू, भोजन व्यवस्था, गुणवत्ता, चिकित्सकों की उपस्थिति आदि अन्य सम्बन्धित व्यवस्थाओं को देखा तथा मरीजों से बातचीत कर पूछा कि बाहर से दवा तो नहीं मंगायी जातीं। इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सकों व स्टाफ के डयूटी पर आने-जाने, दवाओं की उपलब्धता, समय से खाना आदि मिलने के बारे में हकीकत को जाना। टीम द्वारा रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है। मामला जो भी हो, किन्तु आज मरीज व उनके तीमारदार खुश थे, सभी चेहरों पर प्रश्न था कि ऐसा हर दिन नहीं हो सकता!