• 14 स्थानों पर समस्या से कार्य बाधित
    झांसी। जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने निर्देशित किया कि झांसी-खजुराहो फोरलेन के निर्माण कार्य में आ रही बाधाएं व आपत्तियों का निराकरण किसी दिशा में 1 सप्ताह में कर लिया जाए ताकि निर्माण कार्य अपनी समय सीमा 9 नवंबर 2020 तक हो सके। फोरलेन के निर्माण हेतु भूमि अधिग्रहण कर ली गई तथा दो-तीन दिन में गांव जाकर वार्ता करें और समस्या का निराकरण कराएं। यह कार्य अधिक प्राथमिकता से कराया जाए, लापरवाही अथवा शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
    यह निर्देश जिलाधिकारी ने विकास भवन सभागार में झांसी-खजुराहो के निर्माण कार्यों एवं समस्याओं के निराकरण के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए। जिलाधिकारी ने एनएचएआई को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सड़क के के गहरे गड्ढों को तत्काल ठीक कर चलने योग्य बना दिया जाए ताकि आवागमन सहज हो व जनमानस सकुशल मऊरानीपुर तक पहुंच सके। एनएचएआई के प्रोजेक्ट निर्देशक के बालाचंदर ने बताया कि झांसी-खजुराहो फोर लेन मार्ग के निर्माण में 14 स्थान ऐसे हैं जहां समस्या के कारण कार्य बाधित हो रहा है। इसमें ग्राम दिगारा, जावन, घुराट, भिटोरा, बंगराधवा, निमौनी, झाकरी, रूपा धमना, ग्राम बसरिया, देवरी घाट आदि अन्य स्थलों स्थानों पर समस्याएं आने के कारण कार्य बाधित हो रहा है और कार्य की प्रगति भी धीमी है। उक्त मार्ग मे 76 किलोमीटर मार्ग उत्तर प्रदेश में है जिसके अंतर्गत झांसी के 7 गांव व मऊरानीपुर तहसील के 23 गांव शामिल है। यह प्रोजेक्ट 1100 करोड़ रुपये का है जिसमें 300 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हो गई है। कार्य नवम्बर 2020 तक पूर्ण किया जाना है।
    उन्होंने बताया कि चयनित ग्रामों में भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया और संबंधित को मुआवजा राशि भी दी जा चुकी है परंतु भूमि खाली नहीं की गई। उन्होंने बताया कि मार्ग में ब्रिज तैयार कर लिए गए परंतु रास्ते में मकान आदि अभी भी हैं जिससे कार्य आगे नहीं किया जा पा रहा है। अत: समस्त समस्याओं का निराकरण जल्द कराया जाए ताकि कार्य गति से हो सके और समय सीमा के अंदर पूर्ण किया जा सके। उन्होंने बताया कि परिसंपत्तियों में कुछ गांव ऐसे हैं जहां सरकारी भवन है उन्हें भी खाली कराया जाने हेतु मुआवजा राशि एडीएम वित्त एवं राजस्व के यहां जमा है तथा विभागों से सहमति भी प्राप्त हो गई है धनराशि विभाग को दी जाएगी। उन्होंने बताया कि फोरलेन में एक मंदिर की भी शिफ्टिंग होना है उसके लिए प्रशासन भूमि तलाश कर उपलब्ध कराएं ताकि मंदिर को शिफ्ट किया जा सके।
    जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी स्थानों के संबंध में एनएचएआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने जानकारी दी है, वह वहां संबंधित अधिकारी मौके पर जाकर आ रही समस्याओं एवं आपत्तियों का निस्तारण प्राथमिकता से करें। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि संबंधित गांवों में जाकर ग्रामीणों से बात करते हुए समस्याओं का निराकरण कराएं ताकि कार्य समय से पूरा हो सके। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एडीएम वित्त एवं राजस्व राम अक्षयवर चौहान, एडीएम प्रशासन बी प्रसाद, एसडीएम सदर संजीव कुमार मौर्य, एसडीएम मऊरानीपुर अंकित श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक राजीव पाठक, डिप्टी मैनेजर एनएचएआई अतुल पुन्डीर, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण, सिंचाई, लघु सिंचाई, जल निगम, वीडीओ आदि उपस्थित रहे।