• एनसीआरकेएस द्वारा बिना भेदभाव के जरूरी सामग्री वितरित कराने की अपील
    झांसी। एनसीआरकेएस के मण्डल सचिव कामेन्द्र तिवारी ने बताया कि टिकट चैकिंग स्टाफ देश-विदेश से आकर रेल यात्रा करने वाले तमाम रेल यात्रियों के प्रत्यक्ष रुप से संपर्क में रहते हैं। कोरोना बीमारी के विश्व व्यापी प्रसार और लगातार बढ़ते मामलों को संज्ञान में लेकर झांसी डिविजन में रेल प्रशासन ने अपने टिकट चैकिंग स्टाफ को सेनेटाइजर और मास्क वितरित किये थे। इस कदम की बहुत प्रशंसा हुई है, किन्तु इसमें पक्षपात करने से प्रश्न चिन्ह लगने लगे हैं। उन्होंने आरोप लगाया किलेकिन अब टिकट चैकिंग स्टाफ (झांसी मंडल) को नहीं मिल रहे हैं मास्क और सेनेटाइजर या बस कुछ ही स्टाफ को वितरित कर खानापूर्ति कर ली गयी। वर्तमान समय मे मास्क और सेनेटाइजर स्टाफ के लिये उपलब्ध नहीं हैं।
    मण्डल सचिव का कहना है कि अधिकांश ऐसे लोगों जो लंबे समय तक हेडक्वाटर से बाहर रहते हैं और जो 1-2 दिन बाद वापस हेडक्वाटर झांसी लौट कर आते हंै, उन्हे सेनेटाइजर और मास्क नहीं मिल पाये हैं। रेल प्रशासन इन चीजों को उपलब्ध कराने का श्रेय ले रहा है परंतु अधिकांश स्टाफ जिनको इन चीजों की वास्तव में जरुरत महसूस हो रही है उन्हें नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि झांसी डिविजन के अन्य प्रमुख स्टेशनों जैसे ग्वालियर, बांदा, ललितपुर, उरई, महोबा, भीमसेन, चित्रकूट, मुरैना आदि स्टेशन पर कार्यरत टिकट चैकिंग स्टाफ को सेनेटाइजर और मास्क नहीं मिल सके हैं। रेल प्रशासन को सभी टिकट चैकिंग स्टाफ को कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सामग्री बिना भेदभाव के उपलब्ध कराना चाहिए। कोरोना से बचाव के लिये उपलब्ध करायी गयी जरुरी सामग्री सब तक क्यों नही पहुंच पायी इसकी जांच होनी चाहिए और शेष स्टाफ को शीघ्रातिशीघ्र मास्क व सेनेटाइजर उपलब्ध कराया जाना चाहिए। नार्थ सेंट्रल रेलवे कर्मचारी संघ (एनसीआरकेएस) ने इस मसले को उच्चाधिकारियों के समक्ष उठाने का फैसला किया है। सभी संबंधित उच्चाधिकारियों के संज्ञान में इस मसले को लाया जायेगा।