• साथ साथ जी नही सके तो मरने को लगायी ट्रेन के आगे छलांग
    झांसी। जातीय बंधन के दबाव के चलते प्यार के पंछियों को एक दूसरे से बिछोह बर्दाश्त नहीं हुआ और दोनों ने जिन्दगी दांव पर लगा कर मौत का रास्ता चुना क्योंकि समाज व परिजनों ने प्यार के पंछियों को एक नहीं होने दिया पर साथ-साथ मौत की डगर पर चलने से उन्हें कोई नहीं रोक पाया।
    दरअसल, आज प्रात: जनपद के थाना प्रेमनगर क्षेत्र अंतर्गत बल्लमपुर रेल लाइन पर एक युवक व युवती ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। लाइन किनारे दोनों को रक्त रंजित हालत में देख कर वहां सनसनी मच गयी। बल्लमपुर रेल लाइन किनारे शव पड़े होने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जब जांच-पड़ताल की तो युवती के शरीर में जान दिखाई दी, उसकी सांसों ने साथ नहीं छोड़ा था जबकि युवक की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने युवती को गम्भीर हालत में उपचार के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जबकि युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने घटना स्थल से कुछ दूरी पर युवक की बाइक बरामद की है। पुलिस का कहना है कि अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों लोग बाइक से यहां आत्महत्या करने के उद्देश्य से आये और बाइक खड़ी करके ट्रेन के आते ही उसके सामने छलांग लगा दी।
    जांच में पुलिस को दोनों की शिनाख्त हो गयी, किन्तु इस घटनाक्रम के पीछे प्यार की पागलपंती की दास्तां सामने आयी। जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के जिला दतिया के बसई निवासी शिवा अहिरवार का गांव की ही युवती सालनि राजपूत से एक-डेढ़ वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खा कर एक साथ विवाह करने की ठान ली थी, किन्तु वह दोनों प्यार का आशियाना बसाते कि इसमें परिजन व समाज के कथित ठेकेदार बन गए। उन्होंने दलित युवक से युवती का विवाह कराने का विरोध कर दोनों को अलग-अलग कर दिया। इतना ही नहीं युवती की उसकी बिना मर्जी के बबीना क्षेत्र में उसके ही समाज के युवक से शादी करा दी। इस विवाह से युवती खुश नहीं थी। रविवार को युवती अपनी ससुराल से मायके पहुँची और मंगलवार को वह अपने प्रेमी शिवा के साथ भाग गई। दोनों दतिया से बाइक से भाग कर झांसी आये और यहां बल्लमपुर में ट्रेन के आगे कूद कर जीवन लीला समाप्त करने का प्रयास किया। इस हादसे मेें युवक की दर्दनाक मौत हो गयी पर युवती जिन्दगी व मौत के बीच संघर्ष कर रही है।