दतिया (मप्र)। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज दतिया कई गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए पहचाँन बनाने में कामयाब हुआ है। बुधवार को दतिया के मेडिकल कॉलेज में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में बच्चेदानी के कैंसर की जांच हेतु कोलपोस्कोपी की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाँ.श्वेता यादव ने बताया है की दतिया एवं जिले की महिलाओं के लिए अब शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में कोलपोस्कोपी जांच की सुविधा प्रारंभ हो चुकी है जिसके लिए पहले महिलाओं को ग्वालियर एवं झांसी के अलावा अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए भटकना पड़ता था। उन्होंने बताया कि समय रहते यदि महिलाओं में बच्चेदानी के कैंसर का जैसी गंभीर बीमारी का पता समय पर लग जाए तो बीमारी से महिलाओं की मृत्यु दर में कमी हो सकती है सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे अधिक पाया जाता है। कोलपोस्कोपी द्वारा गर्भाशय के मुंह के कैंसर की प्रारंभिक जाँच की जा सकती है एवं उसका तुरंत उपचार कर महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मृत्यु दर को भी कम किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि कोलपोस्कोपी जाँच उन सभी महिलाओं में करने की आवश्यकता है जिनको सफेद पानी की शिकायत होती है अथवा बच्चेदानी के मुंह पर किसी भी प्रकार का छाला या गठान होती है एवं जिन महिलाओं को संभोग उपरांत रक्त स्त्राव होता है उन सभी की स्त्री रोग विशेषज्ञ के द्वारा आंतरिक जांच के दौरान पैप स्मीयर लिया जाता है। आंतरिक जांच एवं पैपस्मीयर के शुरुआती लक्षण की आशंका के चलते कोलपोस्कोपी से प्रारंभिक जांच करके इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है और समय रहते जल्दी से बीमारी का पता लगते ही सफलतापूर्वक इलाज संभव हो सकता है।

इस प्रकार कोलपोस्कोपी जांच भारतीय महिलाओं में होने वासर्वाइकल कैंसर का इलाज प्रारंभिक अवस्था में पता करके उपचार करना संभव करता है डाँ.श्वेता यादव द्वारा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया के अधिष्ठाता एवं सिविल सर्जन को दतिया जिले की महिलाओं के लिए कोलपोस्कोपी जैसे उच्च तकनीक को उपलब्ध कराने के लिए सभी शहर वासियों ने आभार व्यक्त किया है।