झांसी। बुंदेलखंड विश्वविध्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन व्याख्यान श्रंखला के चतुर्थ व्याख्यान मे आज हेरीटेज रिज़ॉर्ट मॉरीशस के एग्जीक्यूटिव हाउसकीपर श्री विवेक जौहरी ने “Room Division SOPs and Covid Protocol” विषय पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कोविड कि वजह से होटल उद्योग को बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। फ्रन्ट ऑफिस और हाउस कीपिंग विभाग की जिम्मेदारियाँ बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं क्योंकि होटल मे आने के बाद सभी का मुख्य उदयेश होटल रूम मे उपलब्ध सुविधाएं होती है। आज के समय में प्रत्येक अतिथि अधिक से अधिक सुरक्षित सुविधाएं चाहता है।
विभागाध्यक्ष प्रो प्रतीक अग्रवाल ने बताया कि माननीय कुलपति प्रो जे वी वैशम्पायन जी के मार्गदर्शन मे आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन व्याख्यान श्रंखला से विभाग के विद्यार्थियों को आतिथ्य उद्योग मे नए आयामों को जानने का मौका मिल रहा है, जोकि उनको रोजगरकपरक बनने मे सहायक होंगे। साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि विश्वविद्यालय मे सीधे प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के विभिन पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाईट, अथवा विभाग से जानकारी प्राप्त कर सकते है।
व्याख्यान श्रंखला के समन्वयक डॉ महेंद्र सिंह ने बताया कि विशेषज्ञ के द्वारा होटल के फ्रन्ट ऑफिस और हाउस कीपिंग विभाग की मानक संचालन प्रक्रियाओं के बारे मे तकनीकी जानकारी दी गई। आज के व्याख्यान का मुख्य उदयेश विद्यार्थियों को इस कोविड दौर मे होटल की मानक संचालन प्रक्रियाओं में नए प्रचलनों की जानकारी प्रदान कराना है।
आज के सत्र मे विषय विशेषज्ञ श्री विवेक जौहरी ने बताया कि इस कोविड दौर मे नए नियमों का पालन बहुत ही महत्वपूर्ण है जिनका अनुपालन होटल मे हर विभाग को करना होता है। जब भी अतिथि का होटल मे प्रवेश होता है तो सबसे पहले कोविड प्रक्रिया के तहत अतिथि और उसके सामान को सुरक्षित मानकों के अनुरूप जांचा जाता है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस समय पर्यटन एवं होटल उद्योग कोविड की वजह से प्रभवित हुआ है लेकिन नए आयामों के साथ उत्तम सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं|श्री जौहरी ने सफलता पाने हेतु मानक संचालन प्रक्रियाओं को जानने और अपनाने की महत्ता पर जोर दिया। उनके अनुसार पर्यटन एवं होटल उद्योग सिर्फ उत्पादों तक ही सीमित नहीं है बल्कि आतिथ्य सत्कार सेवाएं भी इसमे समायोजित हैं, इसलिए सेवा प्रदाताओं को नए नियमों को जानना अतिआवश्यक है। व्याख्यान श्रंखला के चतुर्थ सत्र का ऑनलाइन संचालन एवं आभार डॉ. प्रणव भार्गव के द्वारा किया गया। इस सत्र मे विभाग के सभी शिक्षक, शिक्षणेतर कर्मचारी, शोध विद्यार्थी एवं बीएचएमसीटी, एमबीए पर्यटन, बीबीए पर्यटन पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राएं ऑनलाइन उपस्थित रहे।











