जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में मची अफरातफरी

झांसी। झांसी के  मंंडल मुख्यालय पर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में उस समय अफरातफरी मच गई जब दबंगों से खेतों को मुक्त कराने मजबूर दलित किसान ने अपने बच्चों समेत आत्मदाह का प्रयास किया। गनीमत रही कि पुलिस ने समय रहते उनके हाथों से बोतल छीन ली। आत्मदाह के प्रयास के बाद प्रशासन हरकत में आया और उचित न्याय दिलाने का प्रयास किया।

हमेशा की तरह झांसी के जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में मंगलवार को भी फरियादियों का आना जाना लगा था। इन्हीं में एक अधेड़ व्यक्ति अपने बेटे और बेटी के साथ परिसर पहुंचा। इससे पहले कोई कुछ समझता उसने स्वयं और अपने दोनों बच्चों के ऊपर साथ लाई बोतल से कोई ज्वलनशील तरल पदार्थ डाला लिया। वह तरल में आग लगा कर आत्मदाह करता वहॉ मौजूद सुरक्षा कर्मी हरकत में आ गये और समय रहते उनके हाथों से बोतल व माचिस छीन ली।

पूछताछ में पीड़ित ने अपना नाम नाथुराम अहिरवार निवासी भोजला सीपरी बाजार थाना बताया। नाथुराम का आरोप है कि उसकी खेती की जमीन पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर दिया। उसने जमीन को कब्जा मुक्त कराने के बहुतेरे प्रयास किए पर पुलिस व प्रशासन के अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की। कब्जा होने के बाद आर्थिक संकट गहराने से वह अपना और अपने बच्चों का भरण पोषण नहीं कर पा रहा है। उसकी पत्नी का काफी समय पहले निधन हो गया। आर्थिक संकट के कारण वह अपनी बेटी की भी शादी नहीं कर पा रहा है।
पीड़ित के मुताबिक इसकी शिकायत थाने की पुलिस व उच्चाधिकारियों से की गई, किंतु शिकायत को गम्भीरता से नहीं लिया गया। मजबूरन उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। इस घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया पीड़ित परिवार को उचित न्याय दिलाने का भरोसा दिया। इस घटनाक्रम से साबित हो रहा है कि न्याय इस तरह के रास्ते से मिलेगा।