– कार्यक्रम में सामूहिक रुप से दिलायी गयी ‘‘सुरक्षा शपथ’’
– स्त्री-पुरुष के सहयोग से ही समाज चलता है: डीएम
झांसी। प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा के लिये जागरुकता कार्यक्रम का पं0 दीनदयाल सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मण्डलायुक्त श्री सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि अन्याय को सहन करना नही चाहिये, बल्कि उसका डटकर मुकाबला करना चाहिये। हर जगह पुलिस नही हो सकती, लेकिन हर जगह आत्म विश्वास जरुर कार्य करेगा और कुछ ही क्षणों में पुलिस उपलब्ध होगी। नारी शक्ति का सम्मान होना चाहिये। उन्होने महिला एवं बालिकाओं से कहा कि अपने पर्स में सेनेटाइजर के साथ ही मिर्ची स्प्रे तथा अन्य बचाव सामग्री भी रखना जरुरी है ताकि मौका पड़ने पर मनचलो को अच्छा सबक सिखाया जा सके। सामने वाले को ऐसा कोई मौका न दें जिससे उसके हौसले बुलन्द हो। देश काल परिस्थिति को ध्यान में रखकर सुरक्षित तरीके से वर्तमान में जीना है।
मण्डलायुक्त ने बताया कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिये 1090, 181, 1076, 112 नम्बर जारी किये गये है। जिन पर फोन करने से तत्काल पुलिस पहुंचती है। उन्होने कहा कि इन योजनाओं का लाभ वक्त पड़ने पर अवश्य उठाना चाहिये। उन्होने छात्राओं से आग्रह किया कि अपने मार्शल आर्ट को विकसित करें, खेलों इण्डिया, जूडो-कराटे, जम्प, एनसीसी सहित विभिन्न गतिविधियों में प्रतिभाग करें। विद्यालयों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लें और वक्त पड़ने आने पर कठोर बन जाये ताकि सम्मान बरकरार बना रहे। जिसके लिये सजग और सतर्क रहने की जरुरत है।
मण्डलायुक्त ने कहा कि सही बात को सही रुप में पेश करना जरुरी है और अत्याचार से लड़ने की शक्ति अन्दर से होनी चाहिये। महिला एवं बालिकाओं पर छेड़खानी करने वाले 90 प्रतिशत परिचित ही निकलते है। इसलिये अपने घर, पड़ोस, रिश्तेदारों की मानसिकता को पहचानना बहुत जरुरी है। बालिकाये ऐसी बातों को अपनी माँ को जरुर बतायंे, जिससे समय रहते सतर्क रह सके। उन्होने कहा कि जब सम्मान नही मिलता है तो छीनना पड़ता है, इसलिये नारी अपने को कमजोर न समझे, अपने स्वाभिमान जगाकर लें जाये और अन्य को भी जागरुक करें।
मण्डलायुक्त ने बालिकाओं, शिक्षिकाओं को सामूहिक रुप से ‘‘सुरक्षा शपथ’’ दिलायी। जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी ने कहा कि जब तक घर पर शिष्टाचार सिखाया नही जायेगा तब तक समाज में भेदभाव अर्थात लड़का-लड़की में फर्क करेंगे तो बाहर भी फर्क रहेगा। इसलिये बच्चों को सही रास्ते पर ले जाने के लिये अच्छे संस्कार सिखायें। यदि सभी महिलायें तय करें तो निश्चित रुप में सुधार होगा और अच्छा वातावरण मिलेगा। उन्होने कहा कि स्त्री-पुरुष के सहयोग से ही समाज चलता है। हमें मानवता के साथ रहना है हम सबने मिलकर कोरोना जैसी महामारी को हराना है। कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं द्वारा विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा, विद्यार्थी और अध्यापकों के बीच जागरुकता कार्यक्रम और बाल मनोविज्ञान के सम्बन्ध में समझ विकसित करना एवं सोशल मीडिया सुविधा एवं चुनौती आदि विषय पर विस्तार से अवगत कराते हुये जागरुक किया।
मिशन शक्ति कार्यक्रम के मौके पर मुख्य विकास अधिकारी श्री शैलेष कुमार, महिला थाना प्रभारी श्रीमती पूनम शर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री नन्दलाल सिंह, डाॅ नीति शास्त्री, जिला विद्यालय निरीक्षक, एडी बेसिक, बीएसए सहित विभिन्न विद्यालयों की छात्रा उपस्थित रहीं।