झांसी। बुन्देल खण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व मै प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी से भेंट कर पत्र सौपा। पत्र में कहा गया है कि एतिहासिक लक्ष्मीताल के विकास एवं जीर्णोद्धार कराये जाने के लिए अनेक संस्थाओ ने आन्दोलन किये थे जिसमे बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा प्रमुख था। लक्ष्मीताल से लगभग आधा किलोमीटर क्षेत्र के सभी कुँओं एवं हैण्डपम्पों का पानी प्रदूषित हो गया है। लक्ष्मीताल में भरा नालों का पानी को प्रदूषण विभाग ने डेड बाटर घोषित कर दिया था।लक्ष्मीताल के जीर्णोद्धार का कार्य जब प्रारम्भ हुआ तो झाँसी की जनता मै खुशी की लहर आ गयी। कार्य प्रारम्भ होने वाले दिन बडी संख्या मै लोग लक्ष्मीताल पर एकत्र होकर जीर्णोद्धार कार्य के साक्षी बनना चाहते थे।वर्ष 2016 से लक्ष्मीताल के कार्य ने गति पकडी पर कार्यदायी संस्था द्वारा कार्य बीच में रोककर लोगों को निराश किया है। लक्ष्मीताल के जीर्णोद्धार का कार्य 54 करोड 13 लाख में किया जाना है, जिसके लिए बनाई गयी डी. पी. आर. के तहत कार्य किया जाना है ।कार्यदायी संस्था ने लक्ष्मीताल के जीर्णोद्धार के लिए बनाई गयी डी. पी. आर. के विपरीत कार्य किया है।लक्ष्मीताल से कितना मलबा(मिट्टी)निकाल कर कहाँ जाना थी इसकी जाँच कराई जानी चाहिए क्योंकि मलबा उतना निकाला ही नही गया जितना डी. पी. आर. में बताया गया है। इसी प्रकार जिस प्रकार से पाथ वे बनाया जा रहा है उससे लक्ष्मीताल का स्वरूप ताल की जगह तलैया बनकर रह जायेगा। कार्यदायी संस्था ने लक्ष्मीताल का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया परन्तु अभी तक चाहर दीवारी नही बनाई गयी है। ताल का जीर्णोद्धार कार्य कितनी भूमि पर कराया जा रहा है, इसका पता तो तब लगेगा जब ताल की नाप का कार्य पूर्ण कर लिया होता ।बिना नाप किये हुए कार्यदायी संस्था को कार्य प्रारम्भ करने की क्या जल्दी थी,इसकी भी जाँच की जानी चाहिए।

पत्र में यह भी कहा गया है कि पारीक्षा थर्मल पावर प्रोजैक्ट द्वारा शासनादेश का उल्लंधन कर 100 किलोमीटर क्षेत्र मै निःशुल्क फ्लाईऐश उपलब्ध नही कराई जा रही है तथा कालोनी के *सीवर का पानी सीधा नदी मै डालकर नदी को प्रदूषित किया जा रहा है*।पारीक्षा थर्मल पावर प्रोजैक्ट के कृत्यो की जाँच की माँग की गयी। जिला अधिकारी ने शीघ्र जांच करवा कर कार्यवाही कराए जाने का आश्वाासन दिया। प्रतिनिधि मण्डल में रघुराज शर्मा, हमीदा अंजुम, देवीसिंह कुशवाहा,उत्कर्ष साह,गिरजाशंकर राय,रामजी सिंह जादौन पारीछा, हनीफ खान अमीरचंद आर्य,,प्रभुदयाल कुशवाहा, रफीक अहमद आदि उपस्थित रहे।