झांसी। रेल प्रशासन यात्रियों को बेहतर तथा सुविधाजनक सेवा प्रदान करने के साथ-साथ सुरक्षा व् संरक्षा का भी विशेष ध्यान रखता है I मंडल रेल प्रबंधक श्री संदीप माथुर के कुशल दिशानिर्देशन में मंडल द्वारा अवसंरचनात्मक कार्यों,  संरक्षा, सुरक्षा एवं सतर्कता पर विशेष जोर दिया जा रहा है I

शीत काल में गार्डों, ड्राइवरों और ट्रैक साइड के रेलकर्मियों जैसे गेटमैनों, पोर्टरों और सहायक स्टेशन मास्टरों की सतर्कता को  भी निरंतर आजमाया जाता रहता है | स्टेशन पर कार्यरत स्‍टाफ एवं ड्राईवर/गार्ड के मध्‍य ‘ऑल राइट सिग्‍नल’ का सही प्रकार से एक्सचेंज हो रहा है अथवा नहीं उक्त की परख हेतु मंडल के निरीक्षक व अधिकारीयों द्वारा निरंतर फुटप्लेट तथा नाईट इंस्पेक्शन किये जाते रहते है I इन्ही सुरक्षा व संरक्षा प्रबंधन की निरंतरता के चलते मंडल में अलार्म चैन पुलिंग मालों में पिछले वर्ष के मुकाबले 76 प्रतिशत गिरावट हुई है I पिछले वित्तीय  वर्ष-2019-20 माह अप्रैल से जनवरी में चैन पुलिंग के कुल 2038 मामले दर्ज हुए थे जो कि कम होकर इस वर्ष कुल 493 तक ही सीमित रह गए I यह कार्य मंडल की सुरक्षा प्रणाली द्वारा अक्सर चैन पुलिंग होने वाले इलाकों को चिन्हित कर वहां पर रेल सुरक्षा बल द्वारा की जा रही निगरानी एवं आसपास के ग्रामों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है I ्इसी प्रकार मंडल की सतर्कता के चलते “कैटल रन ओवर” केसों में भी पिछले वर्ष के मुकाबले 46 प्रतिशत की गिरावट आई है I पिछले वर्ष “कैटल रन ओवर” के कुल 1561 प्रकरण दर्ज हुए जिसके मुकाबले इस वर्ष समान अवधि में 847 मामले सामने आये I

संरक्षा की दृष्टि से इसी वर्ष मंडल के 07 समपार फाटकों को बंद कर ROB/RUB में परिवर्तित किया गया है, जिसमें फाटक संख्या 449 खैरार, 316 करोंदा, 183 उरई, फाटक संख्या 04, 427 एवं 426 बिरलानगर तथा फाटक संख्या 391 मऊरानीपुर स्टेशन के निकट स्थित शामिल हैं I इसके अतिरिक्त मंडल के अन्य 04 समपार फाटकों संख्या 239 जो कि भीमसेन, 324 जाखलौन, 330 ललितपुर तथा 346 तालबेहट स्टेशन के निकट स्थित है, जिनको बंद कर ROB/RUB में परिवर्तित किया जाने का कार्य प्रगति पर हैI इनसे समय पालनता में वृद्धि होगी तथा समपार फाटक पर होने वाली दुर्घटनाएं नहीं होगी I