विषम परिस्थितियों में भी सरपट दौड़ती भारतीय रेल
झांसी। झांसी रेल मंडल कोहरे जैसी विषम परिस्थितियों में भी संरक्षित ट्रेन संचालन सहित समय-पालनता पर निरंतर जोर बनाए रखे है । गौरतलब है कि देश के उत्तरी भागों के सर्दी के महीनों में कोहरा छाया रहता है । ऐसे में ट्रेनों का परिचालन काफी कठिन कार्य होता है। पिछले कुछ वर्षों में झांसी मंडल ने अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर कोहरे में ट्रेन परिचालन को नियमित करने में सफलता प्राप्त की है। निश्चित रूप से इसका सीधा फायदा सर्दियों के दिनों में ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को हो रहा है I
कोहरे के कारण लोको पायलट को सिग्नल तथा पटरियों नजर नहीं आती हैं । यात्रियों की सरक्षा के चलते हजारों की संख्या में ट्रेनों की गति कम की जाती है अथवा रद्द भी कर दी जाती थी, जिसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था । झांसी मंडल द्वारा कोहरे में भी ट्रेनों का संचालन सही एवं विलंबित हुई गाड़ियों के प्रतिशत में काफी गिरावट दर्ज की गई है ।
एक्शन प्लान के तहत लोको पायलटों को कोहरे के मौसम के दौरान गाड़ी चलाने में सहायता देने के लिए ‘ फॉग सेफ डिवाइस ‘ दिया गया है । यह एक ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जी.पी.एस.) आधारित एक ऐसा हैंड हेल्ड पोर्टेबल उपकरण है, जिसे रेल इंजन में संस्थापित नहीं किया जाता बल्कि कोहरा प्रभावित खंडों में गाड़ी चलाने वाले लोको पायलटों को दिया जाता है । जब कभी जियो फेन्स रेंज के भीतर कोई लैंडमार्क आता है, तब यह उपकरण कोहरे के मौसम के दौरान श्रव्य – दृश्य अलार्म के माध्यम से क्रू की सहायता करने का कार्य करता है । इस उपकरण के खंड में आने वाले स्टेशनों की लोकेशन, चेतावनी बोर्ड, सिग्नल, समपार फाटक और समपार के लिए सीटी बोर्ड फीड किए जाते हैं । इसमें इंजन की गति, दूरी और लैंडमार्क तक पहुँचने में लगने वाला समय दर्शाया जाता है । मंडल द्वारा संचालित सभी रेलगाड़ियों के इंजन में (लगभग 300 से अधिक) फॉग सेफ उपकरण मुहैया कराए गए हैं । जिनसे संरक्षा के साथ-साथ समय पालनता के स्तर में भी निरंतर वृद्धि हो रही है I