झांसी छत्रसाल नगर में स्वयंसेवकों ने अनुशासित होकर निकाला पथ संचलन
झांसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के झांसी महानगर के छत्रसाल नगर का पथ संचलन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया। पथ संचलन में 100 से अधिक स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया। विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक विभाग के प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम के मंच पर मुख्य वक्ता विभाग प्रचारक अखंड प्रताप, कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय व नगर कार्यवाह डॉ. विनोद उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता ने कहा कि स्वयंसेवक राष्ट्रप्रेम के साथ स्वाध्याय पर भी ध्यान दें।
कार्यक्रम का शुभारंभ ध्वज प्रणाम और भारत मां के गीत के साथ हुआ। बौद्धिक सत्र में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए विभाग प्रचारक अखंड प्रताप ने कहा कि संघ का स्वयंसेवक होना एक जिम्मेदारी है। युवाओं को देश प्रेम के साथ स्वाध्याय पर भी ध्यान देने चाहिए। भारतीय शिक्षा आत्मनिर्भर होनी चाहिए। कोई भी कार्य करते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि इससे समाज और देश पर क्या असर पड़ेगा। उन्होंने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना की पूरी जानकारी देते हुए विस्तार से सुनाया। संघ अपने स्वयंसेवकों से क्या उम्मीद रखता है इसके बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने डॉ. हेडगेवार से जुड़े संस्मरण स्वयंसेवकों के साथ साझा किये। उनके द्वारा दिखाए गए पथ पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया।
बौद्धिक सत्र के उपरांत स्वयंसेवकों ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से वीरांगना नगर और पिछोर तक पथ संचलन किया। विभिन्न स्थानों पर आम जनमानस ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का अभिनंदन किया। इस अवसर पर कुलचिव विनोद जी, सायं महानगर प्रचारक सौरभ, यशवंत जी (सह नगर कार्यवाह), प्रो. मुन्ना तिवारी जी, अकिंचन जी, वाशु जी, सत्या जी, अजय जी, विहान जी, अभय जी, राहुल जी, आदित्य जी आदि बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।