सिग्नलिंग प्रणाली को किया जा रहा आधुनिक  

झांसी। मंडल रेल प्रबंधक अनिरुद्ध कुमार के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर नरेंद्र सिंह के तकनीकी निर्देशन में झाँसी मंडल में सिग्नलिंग प्रणाली को लगातार आधुनिक बनाया जा रहा है, जिससे रेल यातायात की सुरक्षा एवं निर्बाध संचालन सुनिश्चित किया जा सके।

इसी क्रम में मंडल के Rusty Rail Track Sections (रस्टी रेल ट्रैक खंड) में परंपरागत डीसी ट्रैक सर्किट प्रणाली को हटाकर उसकी जगह एक्सल काउंटर तकनीक स्थापित की जा रही है। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत झाँसी मंडल के कुल 91 ट्रैक सेक्शनों में ड्यूल एक्सल काउंटर लगाए जाने का कार्य प्रस्तावित है, जिनमें से अब तक 59 ट्रैक सेक्शनों में यह तकनीक सफलतापूर्वक लागू कर दी गई है। 20 ट्रैक सेक्शनों में कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है और शेष सेक्शनों में भी निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी क्रम में आज बबीना स्टेशन पर 5 ट्रैक सेक्शन पर अत्याधुनिक GGT मेक MSDAC EI अल्टरेशन के साथ कमीशन किया गया।

  गौरतलब है कि पारंपरिक डीसी ट्रैक सर्किट प्रणाली में पटरियों पर जंग जम जाने से विद्युत संपर्क बाधित हो जाता है, जिससे ट्रेनों की उपस्थिति का सटीक पता लगाना कठिन हो जाता है। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए झाँसी मंडल ने अत्याधुनिक ड्यूल एक्सल काउंटर तकनीक को अपनाया है। यह प्रणाली रेल पथ पर ट्रेनों के पहियों की गिनती करके उनकी उपस्थिति का सटीक आकलन करती है, जिससे जंग लगे ट्रैक सेक्शनों में भी सुरक्षित एवं विश्वसनीय डिटेक्शन सुनिश्चित होता है। ड्यूल डिटेक्शन के उपयोग से रेलवे परिचालन और अधिक सुरक्षित, समयबद्ध और दुर्घटनामुक्त बन सकेगा।

 

झाँसी मंडल रेलवे प्रशासन यात्रियों को सुरक्षित, विश्वसनीय एवं आधुनिक तकनीकों से युक्त रेल सेवाएँ प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत एवं प्रतिबद्ध है।