पहली यात्री गाड़ी 12535 (लखनऊ–रायपुर) दौड़ी निर्विघ्न
झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झाँसी मंडल में आधारभूत ढाँचे के विस्तार एवं परिचालन क्षमता वृद्धि के क्रम में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की गई है। रेल संरक्षा आयुक्त (पूर्वोत्तर परिक्षेत्र) प्रणजीव सक्सेना द्वारा दो दिवसीय निरीक्षण एवं सफल स्पीड ट्रायल के उपरांत नवनिर्मित दूसरी लाइन पर पहली यात्री गाड़ी का परिचालन 11 दिसंबर को रात्रि में सफलतापूर्वक प्रारंभ किया गया।
इस अवसर पर पहली यात्री गाड़ी 12535 (लखनऊ–रायपुर) को बाँदा–खुरहण्ड से डिंगवाही होते हुए नवनिर्मित डाउन लाइन पर चलाया गया। यह विशेष संचालन न केवल संरक्षा आयुक्त द्वारा नए खंड को परिचालन योग्य घोषित किए जाने का प्रमाण है, बल्कि झाँसी मंडल की बढ़ी हुई परिचालन क्षमता का भी द्योतक है। नव-दोहरीकृत खुरहण्ड–डिंगवाही–बाँदा रेलखंड पर पहली यात्री गाड़ी का सुचारु संचालन इस मार्ग की क्षमता वृद्धि को रेखांकित करता है।
दोहरी लाइन उपलब्ध होने से यात्री गाड़ियाँ अब बिना रुके अधिक दक्षता, गति और विश्वसनीयता के साथ संचालित की जा सकेंगी, जिससे समयबद्धता में महत्वपूर्ण सुधार होगा एवं क्षेत्रीय यात्रियों को तेज, सुरक्षित और निर्बाध रेल सुविधा प्राप्त होगी। इससे पूर्व उक्त रेलखंड पर 120 किमी/घंटा की गति से सफल स्पीड ट्रायल कर ट्रैक एवं तकनीकी संरचनाओं की मजबूती तथा सुरक्षा का परीक्षण किया गया था।
इस दोहरी लाइन के चालू होने से झाँसी मंडल में लाइन क्षमता उल्लेखनीय रूप से बढ़ेगी, जिससे भविष्य में नई यात्री गाड़ियों के संचालन, समय-सारिणी के बेहतर पालन तथा यात्री एवं माल परिवहन की दक्षता में महत्वपूर्ण वृद्धि संभव होगी। पहली यात्री गाड़ी के इस संचालन पर मंडल रेल प्रबंधक अनिरुद्ध कुमार द्वारा विशेष निगरानी रखी गई।












