झांसी। मेंहदी बाग स्थित श्री रामजानकी मंदिर मानस भवन में श्रीमद भागवत के प्रथम दिवस का प्रसंग सुनाते हुए श्रीधाम वृंदावन से पधारे कथा व्यास हरिवंश दास ने कहा कि श्रीमद भागवत कल्पवृक्ष का पका हुआ फल है। श्रीमद भागवत को भगवान श्री कृष्ण का वांगमय ग्रंथ बताते हुए उन्होंने कहा कि संत और भगवंत की कृपा होने से ही इस प्रकार के दुर्लभ अवसर जीव को प्राप्त होते हैं। मानव तन को दुर्लभ बताते हुए कथा व्यास ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी रामचरित मानस में लिखते हैं बड़े भाग्य मानुष तन पावा, सुर दुर्लभ सब ग्रंथन गावा। अर्थात मानव तन पाने के लिए देवता भी तरसते हैं, लेकिन जिस पर संत और भगवंत की कृपा होती है उसे सभी अवसर शुलभ हो जाते हैं।

प्रारंभ में श्री गणेश पूजन, ग्रंथ पूजन एवं व्यास पीठ का पूजन कर डॉ शिव प्रकाश मिश्र कुरुक्षेत्र, डॉ मुन्नीलाल शर्मा, अशोक शर्मा ग्वालियर डीएसपी मुरैना, चंद्र कांत अवस्थी राठ, अनुराधा बुधौलिया, अनिल अडजरिया, राजकुमार गोस्वामी, दया राम कुशवाहा, रविंद्र, गोविंद सिंह ने कथा व्यास का माल्यार्पण कर श्रीमद भागवत पुराण का पूजन कर आरती उतारी। अंत में अंचल अडजरिया ने आभार व्यक्त किया।