• सुरक्षा सम्मेलन में आरपीएफ की छबि सेना की तरह बनाने को पढ़ाया पाठ
    झांसी। उमरे आरपीएफ के प्रमुख सुरक्षा आयुक्त रवीन्द्र वर्मा ने बल सदस्यों को चेताया कि छोटे से फायदे के लिए भ्रष्टाचार व गलत काम कर नौकरी दांव पर नहीं लगाएं। इस तरह के आचरण से बल की छबि पर धब्बा लगता है और जो सैंकड़ों बल सदस्य अच्छा व उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं उस पर पानी फिर जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि गलत कार्य व भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, आरोपियों के खिलाफ बिना किसी दबाव के कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
    यहां आरपीएफ लाइन में प्रमुख सुरक्षा आयुक्त सुरक्षा सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने सेना की तरह सम्मान पाने के लिए आरपीएफ की छबि को बदलने पर जोर दिया और बल सदस्यों से मानसिकता में बदलाव करने व अपने कार्य का आत्मचिन्तन करने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि यात्रियों से सदव्यवहार कर मित्र के रूप में मदद करें और उनमें सुरक्षा का भाव जाग्रत करने में कोई कसर नहीं छोड़ें क्योंकि यात्री हमारे ग्राहक हैं। कण्ट्रोल रूम, पोस्ट या ट्रेन आदि पर डयूटी के दौरान पीडि़त की आगे बढ़ कर मदद करें तो छबि बनेगी व अ’छा संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि गलत कार्य व अनुशासन हीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने नयी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहने की जरूरत बतायी।
    उन्होंने बल में एफीसिऐंसी के अभाव को रेखांकित करते हुए बताया कि अधिकांश बल सदस्यों को ड्रिल की जानकारी नहीं है, क्वार्टर गार्ड में बिना हथियार के डयूटी की जा रही है। उन्होंने बल सदस्यों को फिटनेश का पाठ पढ़ाते हुए प्रत्येक सोमवार को साप्ताहिक परेड कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि बल में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए बदलाव किया जा रहा है, इसके लिए पालसी बनी है। उन्होंने रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशों के सकुर्लर को जानें, संसाधनों का रखरखाव उचित दर्जे का करें, साफ-सफाई व स्व’छता पर विशेष ध्यान दें ताकि मानसिक शांति मिल सके। रेलवे द्वारा सभी सुविधायुक्त बैरकों के साथ संसाधनों की व्यवस्था में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने झांसी मण्डल के अ’छे काम की सराहना की। इस दौरान कई बल सदस्यों ने अपनी समस्याएं प्रस्तुत कीं जिनका आईजी ने समुचित निराकरण किया और भ् ारोसा दिलाया कि कर्मचारियों के कल्याण में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। इस दौरान मण्डल सुरक्षा आयुक्त उमाकांत तिवारी आदि उपस्थित रहे।