• रेल सम्पत्ति व यात्रियों की सुरक्षा के आरपीएफ सतर्क : आईजी वर्मा
    झांसी। आरपीएफ के प्रमुख सुरक्षा आयुक्त रवीन्द्र वर्मा ने कहा कि होली पर्व को देखते हुए रेल सम्पत्ति व यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ सतर्क है। आरपीएफ का फोकस मुख्य रूप से चोरी, चेन पुलिंग, जहर खुरानी, अवैध वेण्डिंग पर पर है। जीआरपी से बेहतर समन्वय बना कर आरपीएफ बल द्वारा अपराध व अपराधियों पर नियंत्रण किया जा रहा है। अपराध ग्रस्त एरिया की निगरानी के लिए आरपीएसएफ को लगाया गया है। इसके लिए झांसी मण्डल में आरपीएसएफ की एक कम्पनी तैनात है।
    विभागीय दौरे पर झांसी आए प्रमुख सुरक्षा आयुक्त ने कुछ अपराधिक मामलों में आईपीसी के अधिकार आरपीएफ को दिए जाने के सवाल बताया कि रेल मंत्रालय इस पर विचार कर रहा है। हाल ही में एनडीपीएस एक्ट के तहत मिले अधिकारों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। इसमें प्रतिबंधित मादक पदार्थों को पकडऩे का अधिकार मिल गया है, किन्तु सम्बन्धित मामले मेें विवेचना का अधिकार अभी जीआरपी के पास है। अपराध नियंत्रण व अपराधियों पर नजर रखने के लिए आरपीएफ को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया जा रहा है। इसके तहत सीसी टीवी कैमरे, लगेज स्कैनर, अण्डर व्हीकल स्कैनर आदि उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरपीएफ ने आईआरसीटीसी के टिकट के दलालों की कमर तोड़ दी है। बड़ी संख्या में अनधिकृत रूप से आईआरसीटीसी के टिकट बना कर ब्लैक में बेचने वालों पर कार्यवाही की गयी है।
    उन्होंने बताया कि आरपीएफ आधुनिक स्वचालित अग्नेयास्त्रों से सुसज्जित है, संसाधनों की कोई कमी नहीं है, बम डिस्पोजल स्क्वायड भविष्य में मिल सकती है प्रस्ताव भेजा गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि जहर खुरानी के अपराधों मेें कमी आयी है। आरपीएफ द्वारा समय-समय पर जागरुकता अभियान चला कर यात्रियों को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने भटके व बिछुड़े बालक/बालिकाओं को बरामद कर उनके परिजनों तक पहुंचाने के मार्ग प्रशस्त करने के आरपीएफ के प्रयासों की सराहना की। साहू जागरण डॉट कॉम के सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि आरपीएफ इण्टेलीजेंस विंग (सीआईबी व एसआईबी) में संसाधनों व स्टाफ की कमी को दूर करने का प्रयास जारी हैं, दोनों विंग के लिए चयनित विशेष स्टाफ को आईबी से प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। प्राइवेट गाडिय़ों में सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने बताया कि इन गाडिय़ों में सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ की नहीं है, आईआरसीटीसी स्वयं सुरक्षा की व्यवस्था देखती है।
    उन्होंने बताया कि आरपीएफ कर्मियों को बेहतर सुविधाएं व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके बैरकों का नवीनीकरण कर सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं, जहां बैरकों की कमी है वहां नयी बैरकों का निर्माण किया जा रहा है। बैरकों में साफ-सफाई, खानपान व अन्य व्यवस्थाओं के लिए आउट सोर्सिंग से काम लिया जाएगा। इसकी अनुमति मिल गयी है। इस दौरान मण्डल सुरक्षा आयुक्त उमाकांत तिवारी आदि उपस्थित रहे।