– भाजपा जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष की शिकायतों पर मंत्री ने जल निगम व जल संस्थान को कसा
 – अमृत मिशन योजना के कार्य समयबद्व ढंग से पूर्ण हो ताकि सभी को शुद्व जल उपलब्ध हो सके
झांसी। मंत्री नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार गरीबी उन्मूलन, उ0प्र0 सरकार आशुतोष टण्डन द्वारा सर्किट हाउस में नगर निगम के कार्यो सहित स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यो की प्रगति की जानकारी एवं समीक्षा के साथ 9 विकास कार्यो का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
  समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या से निपटना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने अमृत योजना (जो अब अटल नवीनीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन है) की समीक्षा करते हुये अमृत कार्यक्रम के अन्तर्गत झांसी पेयजल पुर्नगठन योजना फेज 1, 2 के कार्यो की जानकारी ली। बताया गया वर्तमान में फेज 1 की प्रगति 63 प्रतिशत है, मेडीकल कालेज एवं कोछाभांवर जोन में पेयजलापूर्ति आरम्भ कर दी गयी है तथा गुमनावारा में आंशिक रुप से पेयजल आपूर्ति प्रारम्भ है। फेज 2 के अन्तर्गत कार्य प्रारम्भ है और प्रगति 22 प्रतिशत एवं योजना पर रु   110.13 करोड़ का व्यय किया जा चुका है। बैठक में अमृत योजनान्तर्गत झांसी नगर में कराये जाने वाले कुल 7 पार्को के निर्माण कार्यो की भी समीक्षा की गयी। बैठक में जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा एवं महानगर अध्यक्ष मुकेश मिश्रा ने योजनान्तर्गत जल निगम द्वारा कराये जा रहे कार्यो की घोर आलोचना करते हुये कहा कि क्षेत्र विशेष रुप से शिवाजी नगर में पाइप लाइन डालने के बाद सड़क को वैसे ही छोड़ दिया गया। लगभग 3 माह से क्षेत्र में आये दिन दुर्घटनाये हो रही हैं। इसी प्रकार बरुआसागर क्षेत्र में पेयजल समस्या की जानकारी देते हुये कहा कि वहां पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण आपूर्ति लगभग 3 वर्षो से प्रभावित और लोगों को विकट समस्या का सामना करना पड़ता है। विभागीय अधिकारी समस्या को निपटाना नही चाहते। इस पर मंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काल जल निगम, जल संस्थान के अधिकारियों को जिलाध्यक्ष भाजपा के साथ क्षेत्र का भ्रमण कर समस्या को निस्तारित करने के निर्देश दिये।
       नगर निगम झांसी के विकास  कार्यों एवं स्मार्ट सिटी के कार्यो की समीक्षा में नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय ने 14 वें व 15 वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि व उपयोगिता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महानगर में गढढा मुक्त एवं सड़कों का नवीनीकरण कार्य लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। नगर निगम ने 5 जुलाई 2020 को 75200 पौधों का रोपण किया। वृक्षारोपण हेतु कुल 23 स्थलों का चयन किया और एक ही दिन में लक्ष्य पूर्ण किया गया। कर एवं करेत्तर देयो की वसूली के बारे में नगर आयुक्त ने बताया कि 2511.40 लाख लक्ष्य के सापेक्ष अभी वसूली 1244.90 लाख है जो कम है लेकिन अभी समय है और प्रयास करते हुये वसूली को बढाया जायेगा। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत नगर आयुक्त ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलैशन, ट्रांसपोर्टशन एवं प्रोसेसिंग, व्यक्तिगत/सामुदायिक/सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण की प्रगति, स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की तैयारी की अद्यतन स्थिति की बिन्दुवार जानकारी दी। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबधन हेतु करारी में एमआरएफ सेन्टर के निर्माण कार्य के बारे में बताया।  मंत्री ने कहा कि सभी कार्य समयबद्व ढंग से पूर्ण हो ताकि लोगों को लाभ समय से प्राप्त हो सके।
नगर आयुक्त ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की तैयारी की अद्यतन स्थिति से अवगत कराते हुये बताया कि नगर निगम में स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के लिये ओडीएफ का क्यूसीआर द्वारा सत्यापन किया जा चुका है। 60 वार्डो में प्रतिदिन विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त समस्त सार्वजनिक शौचालयों, सामुदायिक शौचालय, पेशाबघर का भी दिन में चार बार सफाई कार्य कराया जाता है। एनजीओ के माध्यम से नुक्कड़ नाटक एवं अन्य जागरुकता अभियान कार्यक्रम किये जा रहे हैं। निराश्रित गौवंश हेतु गौ आश्रय स्थल की जानकारी देते हुये नगर आयुक्त ने बताया कि 1305 कुल सरंक्षित पशु है जिसमें 630 बधियाकरण किया जा चुका है। तथा शत-प्रतिशत इयर टैगिंग कर लिया गया है। उन्होने कहा कि गौवंश हेतु 1 करोड़ 50 लाख खाद्यान्न के लिये मांगपत्र प्रेषित किया परन्तु मात्र 36 लाख ही धनराशि प्राप्त हुई। मंत्री ने शेष धनराशि तत्काल दिये जाने के निर्देश दिये। नगर आयुक्त ने आश्रय गृह, प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना की भी जानकारी दी।     समीक्षा बैठक के पश्चात नगर विकास मंत्री द्वारा लगभग रु 27 करोड़ की धनराशि से 9 कार्यो का लोकार्पण किया। उन्होने बताया कि झांसी स्वच्छता में 169 नम्बर पर था परन्तु विगत दो वर्षो में 60 वें स्थान पर आ गया है। इस वर्ष झांसी टाॅप 10 में शामिल हो ऐसे प्रयास किये जाये। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने देश भर में 100 स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की, जिसमें स्मार्ट सिटी बनाने के लिये 10 महानगर उ0प्र0 को मिले है। प्रदेश में 17 नगर निगम है जो 7 शेष रह गये, उन्हे श्री योगी राज्य स्मार्ट सिटी घोषित कर दिया।
            उन्होने स्मार्ट सिटी के कार्यो पर संतोष व्यक्त किया और आईसीसीसी के कार्य की तारीफ करते हुये बताया कि झांसी महानगर इस कन्ट्रोल रुम से कन्ट्रोल किया जा सकेगा। एक स्थान से ही ट्रैफिक, सफाई व्यवस्था, पेयजलापूर्ति, सीवेज सभी कन्ट्रोल होगा, उन्होंने कंट्रोल रूम के कार्य को 1 माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि नगर वासियों को इसका लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने शुद्ध जल योजना की चर्चा करते हुए कहा कि वर्ष 2022 तक सभी को घर मिले, इस योजना में प्रदेश प्रथम स्थान पर है। उन्होने कहा कि  मुख्यमंत्री श्री योगी की मंशा है कि सभी को योजनाओं का लाभ मिले और समस्त योजनाओं की वह स्वयं मानीटरिंग करते है, पहले मुख्यमंत्री है जो प्रदेश के सभी जिलों में भ्रमण किया है।
इस मौके पर मेयर रामतीर्थ सिंघल, विधायक सदर रवि शर्मा, विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा, प्रतिनिधि सांसद झांसी ललितपुर अतुल अग्रवाल, मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा, जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी, विशेष सचिव इन्द्रमणि, उप नगर आयुक्त शादाब असलम, नोडल स्मार्ट सिटी अमित कुमार शर्मा सहित जल निगम, जल संस्थान, नगरीय आवास से जुड़े अधिकारीगण, विभिन्न वार्डो के पार्षदगण व अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहे।