वैज्ञानिकों से कृषि यंत्रीकरण का प्रभावी अनुप्रयोग की जानकारी किसान प्राप्त कर उसे खेती-बाड़ी में आत्मसात करें

झांसी। शुक्रवार को देर शाम उपनिदेशक कृषि केके सिंह द्वारा 20 से 22 फरवरी 2021 तक बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा में आयोजित कृषि मेले में जाने हेतु किसानों को बस द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उन्होंने कहा कि “उन्नत कृषि- आत्मनिर्भर भारत” के लिए तीन दिवसीय मेला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण है सभी किसान मेले का भरपूर लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि मेले में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा जैविक खेती के बारे में विशेषज्ञों द्वारा जो भी जानकारी दी जाए उसे अपनी खेती कार्य में अवश्य इस्तेमाल करते हुए लाभ उठाएं, उन्होंने कहा कि आधुनिक कृषि यंत्रीकरण का प्रभावी अनुप्रयोग कैसे किया जाए कि हमारी फसल बेहतर और उपज अधिक हो उसकी बारीकी को अवश्य समझें और अपनी खेती कार्य में प्रयोग करें।
उन्होंने सभी किसानों को प्रशिक्षण के दौरान संवेदनशील रहने और एकाग्रचित्त होकर प्रशिक्षण प्राप्त करने की अपील करते हुए बताया कि तीन दिवसीय मेले में सजीव कृषि प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा। इसके साथ ही साथ कृषक वैज्ञानिक संवाद जिसके माध्यम से किसानों की जो भी जिज्ञासा हैं वैज्ञानिकों से उन्हें जाना जा सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि मेले में नवीन तकनीकियों का चलचित्र के माध्यम से प्रदर्शन दिखाया जाएगा, इससे यह लाभ होगा कि किस तरह से हम नई तकनीक का इस्तेमाल करें जिससे हमारी उपज में बढ़ोतरी हो सके, इसे अवश्य गंभीरता से देखें और अध्ययन करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि कृषि साहित्य का भी वितरण इस मेले में किया जाएगा तो जो भी उपयोगी साहित्य हो उसे अवश्य प्राप्त करें।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, कृषि विभाग उत्तर प्रदेश शासन के संयुक्त तत्वाधान में “सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजना” के अंतर्गत तीन दिवसीय मेले का आयोजन क्षेत्रीय किसान मेला के रूप में बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा में आयोजित किया जा रहा है। डीडी कृषि ने बताया कि जनपद से सभी विकास खंडों से 200 किसानों का भ्रमण इन तीन दिवसीय किसान मेले में सुनिश्चित किया गया है। किसान प्रतिदिन इस मेले में प्रतिभाग कर के उपयोगी जानकारियां प्राप्त करेंगे।
इस मौके पर अनिल कुमार सहित विभागीय कर्मचारी और बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे।