– सदर विधायक समेत लाखों भक्त भोले के रंग में रंगे

झांसी। ऐतिहासिक व धार्मिक नगरी झांसी में गुरुवार को महाशिवरात्रि पर उमड़े शिव भक्तों की आस्था के सैलाब ने बम बम भोले के रंग में रंग दिया। सदर विधायक रवि शर्मा के मुख्य आतिथि में ऐतिहासिक मढिया महादेव शिव बारात में लाखों की संख्या में शिव भक्तों ने भक्ति के इंद्रधनुषी रंग बिखेरे। झांसी के किले में शिव मंदिर सहित नगर सभी शिवालयों में जलाभिषेक, पूजन-अर्चन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा।

पिछले 15 सालों से लगातार महाशिवरात्रि पर्व पर निकली जा रही मढिया महादेव शिव बारात इस वर्ष भी झांसी सदर विधायक रवि शर्मा के मुख्य अतिथ्य में विशेष आकर्षण से निकाली गई। बारात मुरली मनोहर मंदिर चौराहे से शुरु होकर बड़ा बाजार, मानिक चौक, सिंधी चौराहा, रानी महल, मिनर्वा चौराहा और सैंयर गेट होते हुए मढ़िया महादेव मंदिर पहुंची। शिव बारात का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया है। बारात में आगे आगे महिलायें मंगल कलश लेकर चल रहीं थीं तो डीजे के भक्ति संगीत पर शिव भक्त नृत्य व जयकारा लगाते अलग-अलग टोलियों में मढिया महादेव मंदिर पहुंचे। इस दौरान शिव बारात के मुख्य संयोजक पं अंचल अडजरिया के नेतृत्व में राष्ट्र भक्त संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता नारंगी टी-शर्ट पहने शिव के रंग में रंगे अलग ही नजर आए। बारात में बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता, मेयर भी सभासदों सहित शामिल रहे।

झांसी व काशी का रिश्ता पुराना
शिव बारात के बारे में जानकारी देते हुए सदर विधायक ने बताया कि झांसी और काशी का रिश्ता पुराना है। काशी प्रचीनतम शिवजी की नगरी है तो झांसी में गुसाईयों ने इसे शिवजी की नगरी के रुप में मान्यता दी। इसके साथ ही उन्होंने झांसी की जनता को शिवरात्रि की शुभकामनाएं भी दीं। दरसल, यह बारात शिवजी के ऐसे मंदिर पर जाती है जिस पर विशेष समुदाय के लोगों ने कब्जा कर लिया था। जिसे इस बारात के माध्यम से जनजगरुकता लाकर कब्जा मुक्त कराया था। आज उस मंदिर पर विधि विधान से पूजा अर्चना होती है।

कड़े सुरक्षा के रहे इंतजाम
शिव बारात के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल बारात के साथ-साथ चला। बारात की ड्रोन से निगरानी की जाती रही। शिवालयों पर भी सुरक्षा व्यवस्था चौकस रही।

वीरांगना लक्ष्मीबाई के किले में पारम्परिक मेला लगा। शिव भक्तों ने किले में प्राचीन शिव मन्दिर में भगवान भोले के दर्शन कर पूजा अर्चना की। साथ किले में भी घूमकर देखा। बताते चलें कि किले में स्थित मंदिर में महारानी लक्ष्मीबाई पूजा करने जाती थी। महा शिव रात्रि के पर्व में किले में मेला लगता है साथ ही शिव भक्त मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ के दर्शन करते हैं।