झांसी। नवाबाद थाने में धरने पर बैठे भाजपा विधायक जवाहर लाल राजपूत व उनके समर्थन में आए बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा सहित समर्थकों के प्रर्दशन से पुलिस व प्रशासन बैकफुट पर आ गया। शनिवार को अपरान्ह होते होते हिरासत में लिए गए लोगों को पुलिस ने छोड़ दिया।
विधायक गरौठा की मांग के अनुरूप पुलिस ने मतदान के दिन उपद्रव के आरोप में हिरासत में लिए गए 11 विधायक समर्थकों को छोड़ दिया। इससे सभी ने राहत की  सांस ली। एसपी सिटी डॉ. विवेक त्रिपाठी ने बताया कि थाना समथर के दतावली में दो पक्षों और मतदान अधिकारी के मध्य हुए विवाद का अभियोग पंजीकृत किया गया था। उस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था। घटना के वीडियो के आधार पर बृजमोहन, अनिल, राहुल कुशवाहा, अभिषेक और धर्मेंद्र घटना में शामिल पाए गए। अन्य 11 व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था, उन्हें छोड़ दिया गया है। विधायक ने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों को निराधार घटना में शामिल दिखाया जा रहा है। उन्होंने मतदान अधिकारी और अन्य लोगों पर भी आरोप लगाया था। इन आरोपों की जांच के आदेश उच्च अधिकारियों ने दिए हैं।

प्रत्याशी के पति ने सुनाई दास्तां
इस दौरान ग्राम प्रधान पद की प्रत्याशी गिरिजा देवी ने बताया कि मतदान केंद्र पर फर्जी वोट डाले जा रहे थे। इसी बीच लोगों ने मतपेटियां छिपा दी और गाड़ियां तोड़ दीं। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। प्रधान पद की महिला प्रत्याशी के पति दीपक राजपूत ने बताया कि वह कचहरी में विधायक के पास बैठे थे। वहां सादा वर्दी में चार लोग आए और उन्हें वहां से उठा ले गए और पेटी लूटने का आरोप लगाकर पूरी रात मारपीट की, जिन्होंने घटना की, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। भाजपा के पूर्व मण्डल अध्यक्ष प्रह्लाद सिंह राजपूत ने आरोप लगाया कि दतावली में पुलिस और प्रशासन के अफसरों की शह पर एक पुलिस अफसर के रिश्तेदार के लिए बूथ कैप्चरिंग की जा रही थी।