क्षेत्रवासियों के हस्तक्षेप पर विवाद समारोह में बदला

झांसी। जिले में सीपरी बाजार में एक मंदिर में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन कोरोना कर्फ्यू के कारण आयोजकों द्वारा रद्द कर देने से हंगामा हो गया। विवाह कराने की बात को लेकर समिति के सदस्यों और वर-वधु के परिजनों में कहासुनी हो गई। बाद में विवाद बढ़ता देख कर इस जोड़े का विवाह करा दिया गया।

दरअसल, कोंच के रहने वाले रविंद्र ने अपनी बेटी शिवानी का विवाह मसीहागंज में रहने वाले लोकेश के साथ तय कर दिया था। तय कार्यक्रम के अनुसार 18 अप्रैल को सीपरी बाजार में एक मंदिर में बाल्मीकि समाज उत्थान समिति द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में उक्त जोड़े का विवाह होना था। विवाह हेतु दोनों पक्षों के द्वारा 45-45 हजार रुपए जमा कर दिए गए थे। समिति की तरफ से दहेज में बाइक समेत पलंग, टीवी, फ्रिज, प्रेस, पंखा आदि देने का वायदा किया था। वर पक्ष के परिजन देवी सिंह ने बताया कि उक्त राशि देने के बाद शादी व खाना का इंतजाम नहीं किया जिससे लोग भड़क गए। कमेटी के लोगों ने कहा था कि समाज के सम्मेलन में सबके खाने-पीने की व्यवस्था रहेगी, किंतु उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। दूसरी ओर वाल्मीकि समाज उत्थान समिति झांसी के महामंत्री प्रमोद सिहोतिया ने बताया कि समिति ने सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया था, किंतु रविवार को कोरोना कर्फ्यू के कारण सम्मेलन स्थगित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि विवाह दूूसरी तिथि पर कर जो भी सामान देने का वादा किया है, वह पूरा करेंगे। इसके बाद भी वर वधू पक्ष आज ही शादी कराने की जिद पर अड़ ग्ए। हालत देख कर कुछ लोगों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत किया। इसके बाद समिति व क्षेत्रवासियों की मदद से दोनों का विवाह संपन्न हो सका और दोनों पक्षों ने हंसी-खुशी वहां से विदा ली।