– कोरोना लाक डाउन के अवकाश का निर्णय लेने में लगा पूरा दिन, कर्मचारियों में रोष
झांसी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित तीन दिन के कोरोना लाक डाउन का अवकाश उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल मुख्यालय पर स्थित वैगन मरम्मत कारखाना/सीएमएलआर में शुक्रवार को रात लगभग 8 बजे घोषित करना कर्मचारियों में परेशानी का सबब बन गया है। जबकि अवकाश घोषित करने के लिए दोनों मान्यता प्राप्त यूनियन मांग करतीं रहीं पर वर्कशॉप प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी और जब कारखाना प्रशासन को गलती का एहसास हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
दरअसल, उतर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कई कड़े फैसले लिए हैं। इसी क्रम में कोरोना की चैन तोड़ने के लिए लाक डाउन की अवधि को बढ़ा दिया गया है। इसके तहत लाक डाउन प्रत्येक शुक्रवार को रात 8 बजे से प्रत्येक मंगलवार को पर्याप्त: 7 बजे तक कर दिया है। इसको देखते हुए उतर प्रदेश में उत्तर रेलवे के सवारी डिब्बा कारखाना लखनऊ व सिग्नल वर्कशॉप गाजियाबाद एवं पूर्वोत्तर रेलवे का यांत्रिक कारखाना गोरखपुर को प्रत्येक सोमवार व मंगलवार को बंद करने का निर्णय सुबह ही ले लिया गया। इसके साथ ही समय रहते अवकाश की सूचना जारी कर दी गई।
इसके विपरीत झांसी में वैगन मरम्मत कारखाना व सीएमएलआर में लाक डाउन अवधि में कारखाना बंद करने का निर्णय नहीं लिया गया। इससे कर्मचारियों में आक्रोश भड़क उठा। इस मुद्दे को लेकर दोनों मान्यता प्राप्त यूनियन के नेताओं ने कारखाना प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया पर उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया और अवकाश घोषित करने का निर्णय लेने से इंकार कर दिया। इसके कारण कोरोना चैन के टूटने के प्रयासों पर विराम लगने से कर्मचारियों में दहशत फ़ैल गई।
कर्मचारियों में भड़क रहे आक्रोश व कोरोना संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए कारखाना प्रशासन बैकफुट पर आ गया। रात लगभग 8 बजे लाक डाउन अवधि में कारखाना बंद करने का निर्णय लेते हुए अवकाश की सूचना जारी कर दी गई। रात 8 बजे सूचना जारी करने से वह कर्मचारी अनभिज्ञ रह गए जो ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं और मोबाइल फोन पर वाट्सएप नहीं चलाते। उन्हें पता ही नहीं है कि शनिवार को उन्हें ड्यूटी पर नहीं जाना है।
कारखाना प्रशासन के लचर रवैए से बने हालत के चलते अनभिज्ञ कर्मचारियों के शनिवार को ड्यूटी पर पहुंचना तय है। इससे कोरोना की चैन टूटने के प्रयासों पर कुठाराघात लगना तय है। कारखाना प्रशासन को चाहिए कि ऐसे प्रयास करें कि कोरोना की चैन टूटने व कर्मचारी स्वस्थ्य व सुरक्षित रहें।