– एफसीआई केंद्र प्रभारी के असहानुभूतिपूर्ण व्यवहार पर फटकार, कार्य शैली सुधारने के निर्देश 
झांसी। जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने भोजला मंडी स्थित गेहूं क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण करते हुए किसानों से संवाद स्थापित किया। उन्होंने कहा कि
किसानों को किसी भी दशा में केंद्र से लौटाया ना जाए, यदि टोकन नहीं है फिर भी किसान का गेहूं क्रय किया जाए। केंद्र प्रभारी यदि किसान से अतिरिक्त पैसे की मांग करते हैं तो केंद्र प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण में रिकॉर्ड ना मिलने पर भी नाराजगी व्यक्त की।
 जिलाधिकारी ने एफसीआई, आरएफसी व मंडी समिति के गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान एफसीआई व आरएफसी के क्रय केंद्रों की लगातार मिल रही शिकायतों का सत्यापन किया। एफसीआई केंद्र पर किसान राजाराम यादव ने बताया कि गेहूं बेचने आए थे परंतु केंद्र प्रभारी आरती मिश्रा ने गेहूं खरीदने से मना कर दिया। इससे पूर्व कुछ और किसानों द्वारा इसी तरह की शिकायतें की गई थी। जिलाधिकारी ने केंद्र प्रभारी को निर्देश दिए कि यदि दिन का टारगेट पूर्ण हो गया है तो दूसरे दिन किसानों का गेहूं क्रय कर लें, उन्हें लौटायें नहीं। उन्होंने केंद्र प्रभारी के असहानुभूतिपूर्ण व्यवहार पर भी नाराजगी व्यक्त की और कार्यशैली में सुधार लाए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही किसानों की समस्याओं का भी समय से निस्तारण और समय से भुगतान हो।
 आरएफसी केंद्र के निरीक्षण पर केन्द्र प्रभारी संतोष उपाध्याय द्वारा कितने टोकन वाले किसान आए और कितने बिना टोकन गेहूं विक्रय हेतु आए की जानकारी ना होने पर नाराजगी व्यक्त की, इसके अतिरिक्त वर्ष 2019-20 में कितने किसानों से गेहूं केंद्र पर खरीदा गया, इसकी भी कोई जानकारी ना होने पर फटकार लगाई।
इस वर्ष केंद्र पर अब तक 452 किसानों से लगभग 20 हजार 930 क्विंटल गेहूं एमएसपी 1975/ प्रति कुंतल की दर से क्रय किया गया है। जिसका भुगतान लगभग 04 करोड़ 14 लाख किया जाना था परंतु अब तक 397 किसानों को 03 करोड़  79  लाख का भुगतान ही किया गया है। जिलाधिकारी ने तत्काल सभी  किसानों का अवशेष भुगतान उनके खातों में हस्तांतरण करने के निर्देश दिए।
 जिलाधिकारी ग्राम गढ़मऊ स्थित पीसीएफ व पीसीयू क्रय गेहूं क्रय केंद्र पर पहुंचे। पीसीयू केंद्र पर किसानों से बात की तथा उन किसानों से बात की जिन्होंने पूर्व में गेहूं बेचा है। किसान हर नारायण सिंह ने मोबाइल पर बात करते हुए बताया कि केंद्र प्रभारी प्रदीप पांडेय ने 20 रु प्रतिकुंटल के स्थान पर 40 रु. प्रति कुंटल का पैसा लिया। जिलाधिकारी ने केन्द्र प्रभारी की फटकार लगाते हुए वसूली के आदेश दिए। उन्होंने सख्त एतराज करते हुए कहा कि जिन किसानों का अतिरिक्त पैसा लिया है, उन्हें वापस किया जाए। उन्होंने तत्काल केन्द्र प्रभारी से वसूली करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्र पर रखे गेहूं को तत्काल गोदाम में रखे जाने के निर्देश दिए और कहा कि यदि गेहूं वर्षा के कारण खराब होता है तो केंद्र प्रभारी पर कार्रवाई होगी।